किरंदुल थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाला एनएमडीसी केंपस ग्राउंड शाम होते ही शराबियों की महफिल के रूप में तब्दील हो जाता
किरंदुल-किरंदुल थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाला एनएमडीसी केंपस ग्राउंड शाम होते ही शराबियों की महफिल के रूप में तब्दील हो जाता है क्षेत्र के सारे शराबी अपने साजो सामान के साथ शाम होते ही यहां आ जाते हैं अंधेरा होने के साथ ही शुरू होने वाली यह महफिल जैसे-जैसे रात होती जाती है अपने पूरे शबाब पर आने लगती है और सैकड़ों की संख्या में शराबियों की मौजूदगी पुलिस प्रशासन की असफलता एवं निष्क्रियता बयान करती है एक ओर जहां देश और छत्तीसगढ़ राज्य शराबबंदी की बातें कह रहे हैं वही किरंदुल के एनएमडीसी केंपस ग्राउंड स्टेडियम शराब की खाली बोतलों से पटा पड़ा हुआ है जिस प्रकार से शाम होते ही यह मैदान मयखाने में तब्दील होने लगता है वह पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की शराब ठेकेदारों के साथ सांठगांठ की कहानी को बयान करता है चुनाव के वक्त जनता के भले की बात करने वाले जनता के रहनुमा बनने वाले जनप्रतिनिधि चुनाव जीतने के बाद सिर्फ अपनी जेब गर्म करने का धर्म पूरी ईमानदारी से निभाने लगते हैं उसके बाद जनता उन्हें अपनी दुश्मन और अवैध काम करने वाले सच्चे दोस्त लगने लगते हैं
शराब की खाली बोतल बयां कर रही पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता-एनएमडीसी केंपस ग्राउंड में शराब की खाली बोतल इस बात का जीता जागता प्रमाण है कि किरंदुल थाने में थाना प्रभारी और उनका पूरा स्टाफ किस प्रकार से अवैध कार्यों को अंजाम देने वालों को संरक्षण प्रदान कर रहे हैं जिस प्रकार से पुलिस प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा हुआ है उसे देख कर ऐसा लगता है की शराब कारोबारियों ने पुलिस प्रशासन को थाने में बैठे रहने की कीमत अदा कर दी है एनएमडीसी केंपस ग्राउंड में आए दिन शराबियों के द्वारा शराब के नशे में लड़ाई झगड़ा किया जाता है जिसकी वजह से आसपास रहने वाले संभ्रांत नागरिकों का जीना दिन-ब-दिन मुश्किल होता जा रहा है किरंदुल थाने की पुलिस शायद किसी बड़ी दुर्घटना के होने का इंतजार कर रही है
जनप्रतिनिधियों की मौन स्वीकृति शराब कारोबारी के साथ-विश्वस्त सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार किरंदुल की जनता की रहनुमा बनने वाले जनप्रतिनिधि शराब दुकानों की गतिविधियों पर नजर रखने वाला आबकारी विभाग और स्थानीय पुलिस प्रशासन ने अवैध कार्यों को अंजाम देने वालों को अपनी मौन स्वीकृति नजराना लेकर दे चुकी है एक तरफ एनएमडीसी केंपस ग्राउंड शराब की खाली बोतलों से भरता जा रहा है तो दूसरी ओर अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों की खाली जेब दिन दूनी रात चौगुनी रफ्तार से भरती जा रही है किरंदुल क्षेत्र में निवास करने वाली जनता चर्चा करती है की कहने को तो प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने के बाद अपराध एवं अपराधियों पर नकेल कसने की बात कहीं जा रही थी लेकिन वर्तमान समय में जिस प्रकार से किरंदुल एनएमडीसी केंपस ग्राउंड में शाम होते ही अपराधी एवं असामाजिक तत्व अपना जमघट लगाने लगते हैं वह क्षेत्र की शांति व्यवस्था के लिए चुनौती बनता जा रहा है स्थानीय थाना प्रभारी को किरंदुल एनएमडीसी केंपस ग्राउंड का औचक निरीक्षण करना चाहिए और अभियान चलाकर एनएमडीसी केंपस ग्राउंड मैं बैठकर शराब पीने वाले सूरा प्रेमियों को किरंदुल थाने की चौखट चुमने पर मजबूर करना चाहिए