Kondagaon: बिना लक्षण वाले कोरोना मरीजो को होम आईसोलेषन मे रख डाॅक्टर प्रतिदिन करेंगे मरीजो की कांउसिलिंग
कोण्डागांव। दिनांक 26/08/2020 को कलेक्टोरेट सभाकक्ष भवन में कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा द्वारा जिले में कोविड-19 के वर्तमान परिदृश्य, मरीजो को होम आईसोलेशन रख उपचार एवं प्रबंधन हेतु शासन द्वारा जारी विस्तृत दिशा-निर्देशो एवं होम आईसोलेशन की अनुमति प्रक्रिया के संबंध में पर चर्चा के लिए बैठक बुलाई गई। राज्य शासन से प्राप्त दिशा निर्देश अनुसार अब कोविड-19 के मरीजो को होम आईसोलेशन में रखा जायेगा। इसके लिए केवल बिना लक्षणों वाले मरीजो को ही होम आईसोलेशन की सुविधा दी जायेगीं। जिन मरीजो मे प्राथमिक लक्षण पाये जाएंगे उन्हे कोविड अस्पतालो में ईलाज हेतु ले जाया जायेगा।
इस संबंध मेें मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी टीआर कुंवर ने बताया कि होम आईसोलेशन में बिना लक्षण वाले मरीजो को चिकित्सक के परामर्श पर ही रखा जायेगा एवं रखे जाने के पूर्व स्वास्थ्य विभाग की एक टीम घर मे जाकर आईसोलेशन की सुविधाओें की जांच करेगी जिसमें घर के अंदर मरीज हेतु अलग कमरा एवं शौचालय की व्यवस्था के साथ खाने पीने के समान की उपलब्धता भी देखी जायेगी। यह टीम मरीज एवं उनके परिजनो से शपथ पत्र भरवायेगी जिसमें वह घोषणा करेंगें कि वे आगामी होम आईसोलेशन की अवधि तक प्रशासन द्वारा दिये गये सभी निर्देशों एवं घर में भी सभी सदस्य सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करेंगें। इस अवधि में घर के सफाईकर्मी, माली आदि अन्य कर्मियों को घर से बाहर जाने की अनुमति नही होगी। प्रत्येक मरीज के लिए एक डाॅक्टर को नियुक्त किया जायेगा जो प्रतिदिन मरीज से स्वास्थ्य संबंध में जानकारी एवं उसकी मानसिक स्थिति की काॅल एवं विडियो काॅल से जानकारी प्राप्त करेगा साथ ही उसे समय-समय पर सलाह प्रदान करेगा।
कोरोना मरीज एवं उनके समस्त परिवार को आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना होगा साथ ही होम आईसोलेट किये गये व्यक्तियों के घरो के सामने लाल कागज पर होम आईसोलेशन की जानकारी चस्पा की जायेगी। होम आईसोलेशन का उल्लंघन करने पर सख्त कार्यवाही की जायेगी। होम आईसोलेशन के दौरान मरीज के सपंर्क मे आने वाली वस्तुओं का सेनेटाइज करने के लिए परिवार के सदस्यो का सोडियम हाइपोक्लोराइड प्रदान किया जायेगा साथ ही आॅक्सीमीटर एवं थर्मामीटर उपकरण मरीज के साथ रखा जाना आवश्यक होगा। जिन मरीजो के घरो में आवश्यक सुविधा अप्राप्त होगी उन्हे अस्पताल मे भेजा जायेगा एवं ऐसे मरीज जिनकी आयु चार वर्ष से कम अथवा साठ वर्ष से अधिक है उन्हे होम आईसोलेशन मे ना रख कर अस्पताल मे उनका उपचार किया जावेगा। होम आईसोलेशन अवधि के पूर्ण होने की घोषणा 17 दिन बाद डाॅक्टरो की अनुमति से ही प्राप्त होंगे। होम आइसोलेशन जांच दल को जिला प्रशासन द्वारा प्रशिक्षण दिया जायेगा।
इस अवसर पर कलेक्टर ने कोविड-19 अस्पताल मे आ रही शिकायतो के संबंध मे जांच हेतु सीएचएमओ को निर्देश दिये एवं उन्हे कोविड-19 अस्पताल मे जाकर वहां की शौचालयों एवं वार्ड की स्वच्छता, पेयजल व्यवस्था, खाने की गुणवत्ता की जांच करने को कहा। उन्होने अब तक फरसगांव मे 250 बिस्तर एवं सामुदायिक भवन में 100 बिस्तर के साथ जिले में कोरोना मरीजो के लिए बनाये गये 350 बिस्तर के अस्थाई अस्पताल पर संतुष्टि व्यक्त करते हुए मरीजो को रखने की क्षमता मे और अधिक इजाफा करने के निर्देश दिये। कोविड-19 मरीजो के दाह संस्कार के लिए स्थान चयन के पश्चात कलेक्टर ने इन्हे जल्द-जल्द स्थापित करने को कहा साथ ही बैंको में भीड़ को गंभीरता से लेते हुए उन्होने सभी बैंक कर्मचारियों की जल्द से जल्द कोरोना जांच एवं बैंको में सोशल डिस्टेंसिंग के नियमो के पालन कराने के निर्देश दिये। इस बैठक में एसडीएम पवन प्रेमी, डीडी मण्डावी, सीएचएमओ टीआर कुंवर, डीपीएम सोनल ध्रुव सहित सभी विकासखण्डो के चिकित्सा अधिकारी एवं सभी तहसीलदार उपस्थित रहे।