सुकमा के और ब्लाक कोंटा में रेत का अवैध तरीके से दूसरे राज्यों में सप्लाई करना,वो भी जिला प्रशासन के आंखों के नीचे से

सुकमा के और ब्लाक कोंटा में रेत का अवैध तरीके से दूसरे राज्यों में सप्लाई करना,वो भी जिला प्रशासन के आंखों के नीचे से।।
लगभग 40-45 ट्रको का रेल डिब्बों का आकार का लग रहा है सभी गाड़ियां रेत लोडिंग के लिए दूसरे राज्य से छः.ग.के कोंटा में रेत लेने के लिए लाईन में खड़े हैं।।
अगर सरकार को रेत का सप्लाई करना है तो अपने राजधानी रायपुर ले जाए, बिलासपुर, सरगुजा,या जगदलपुर या चिंगावरम लेकर जाएं ये अवैध तरीके से पुरे आंध्र के गाड़ियो में रेत भरकर ले जाना कहां तक उचित है, कहीं न कहीं इस सिस्टम पर सवाल खड़े करती है, कहीं न कहीं अधिकारीयों की मिलीभगत पर सवाल खड़े करती है।।
खासतौर पर पंचायत में बगैर ग्राम सभा के प्रस्ताव के बिना ले जाना उचित नहीं है और पांचवीं अनुसूची का उल्लघंन किया जा रहा है।।
ठेका प्रथा के बाद भी दूसरे राज्यों को अवैध तरीके से रेत का काला बाजारी करना AIYF/AISF घोर निन्दा करता है,तत्काल इस पर रोक लगना चाहिए।। जिला प्रशासन को ऐसे मामले पर रोक लगा कर कड़ी कारवाई होनी चाहिए।।
ऑल इंडिया यूथ फेडरेशन और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन कड़ी कारवाई की मांग करती है।।