सनातन धर्म में विवाह पंचमी का विशेष महत्व है

सबका संदेस न्यूज छत्तीसगढ़ बलौदाबाजार- सनातन धर्म में विवाह पंचमी का विशेष महत्व है। श्रीराम कथा में वर्णित है कि अयोध्या से बारात जनकपुरी ले जाई गई थी। इसमें दूल्हा के स्वरूप में श्रीराम, भरत, लक्ष्मण और शत्रुहन के अलावा अन्य बारातियों में वरिष्ठ, विस्वामित्र, व समूचे अयोध्या के नागरिक शामिल हुए थे। बारात की इसी परंपरा को निभाते हुए नगर के मानस संघ द्वारा अगहन शुक्ल पक्ष की पंचमी पर बुधवार को गांधी चौक स्थित श्रीरामजानकी मंदिर में विवाह पंचमी महोत्सव धूमधाम से मनाई गई। मानस संघ द्वारा आयोजित विवाह में ढोल बाजे, रंगीन लाइट तथा फटाखों व बाजे-गाजे के साथ शाम सात बजे श्रीराम की बारात खुले वाहन को फूल आदि से सजाकर निकाली गई। जो बजरंग चौक से होते हुए सदर रोड, नेहरू चौक, गांधी चौक से होते हुए वापस राम-जनकी पहुंची। बारात के दौरान भगवान श्रीराम व माता जानकी के रूप में तैयार बधाों का जगह-जगह स्वागत किया गया। रामजी की निकली सवारी….रघुपति राघव राजाराम के गायन और हरे राम हरे राम के धुन ने लोगों को नृत्य करने के लिए विवश कर दिया। बारात में सैकड़ों की संख्या में नगरवासी नाचते-गाते जा रहे थे। इस मौके पर भगवान राम और सीता के विवाह समारोह में मंगल गीत गूंजे। मानस मंदिर वापस आकर हिन्दू रीति-रिवाज के अनुसार बारातियों के जोरदार स्वागत के बाद जलपान का रिवाज पूरा किया गया। इस विवाह समारोह में महिलाओं ने मंगल सामग्री अर्पित कर सुखी वैवाहिक जीवन के लिए आशीष भी मांगा।
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