छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

कंटेनमेंट जोन घोषित करने का नियम भिलाई-चरोदा निगम कार्यालय में साबित हो रहा है हवा हवाई

भिलाई-चरोदा निगम में 14 कोरोना संक्रमित मिलने के बाद भी नही किया गया कंटेनमेंट जोन घोषित

निगम अधिकारियों और कर्मचारियों में दहशत और आक्रोश

भिलाई।

कंटेनमेंट जोन घोषित करने का नियम भिलाई-चरोदा निगम कार्यालय में हवा हवाई साबित हो रहा है। यहां 14 लोगों के कोरोना संक्रमित होने के बावजूद भी इस जगह को न तो कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया और ना ही निगम  कार्यालय को सील किया गया है, बल्कि अधिकारियों और कर्मचारियों को आवाजाही पर भी रोक नही लगाया गया है,और उनसे कार्य कराया जा रहा है। यहां रविवार तक लोगों की आवाजाही पर रोक लगाकर केवल खानापूर्ति कर ली गई है। इसके कारण  भिलाई-चरोदा नगर निगम के अधिकारी-कर्मचारी इन दिनों खासे दहशत में है। कार्यालय में दर्जन भर से भी अधिक कोरोना संक्रमित मरीजों के सामने आने के बावजूद कंटेनमेंट जोन घोषित नहीं किए जाने से कर्मारियों में नाराजगी भी पनपने लगी है। आज एक बार फिर 50 चिन्हित कर्मचारियों को निगम कार्यालय बुलाकर कोरोना जांच हेतु सेम्पल लिया गया।

पांच से अधिक कोरोना संक्रमित मरीज की पहचान होते ही संबंधित इलाके को कंटेनमेंट जोन घोषित करने का नियम भिलाई-चरोदा निगम कार्यालय में हवा हवाई साबित हो रहा है। अब तक इस निगम कार्यालय में प्लेसमेंट में कार्यरत 12 कम्प्यूटर आपरेटर कोरोना संक्रमित होकर कोविड अस्पताल में भेजे जा चुके हैं। लेकिन स्वास्थ्य विभाग की ओर से निगम कार्यालय और इसके आसपास के इलाके को कंटेनमेंट जोन घोषित नहीं किया गया है। हाालांकि निगम में रविवार तक कार्यालयीन कामकाज रोककर आम लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। लेकिन अधिकारी-कर्मचारियों के आने जाने पर कोई बंदिश नहीं होने से खौफ पसरा हुआ है। गौरतलब रहे कि निगम के डाटा सेंटर में पदस्थ एक सीनियर कम्प्यूटर आपरेटर के 14 अगस्त को कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। इसके 15 अगस्त को छह, 17 अगस्त को दो तथा 18 अगस्त को तीन और कम्प्यूटर आपरेटरों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। इस तरह 14 से 18 अगस्त के बीच कुल 12 कोरोना संक्रमित मरीज निगम कार्यालय से मिल चुके हैं। आज फिर एक बार 50 कर्मचारियों को चिन्हित कर सेंपल लिया गया है। इससे पहले 146 अधिकारी-कर्मचारियों की जांच हो चुकी है।

यहां पर यह बताना भी लाजिमी होगा कि पांच से अधिक कोरोना  संक्रमित मिलने पर उस इलाके को प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कंटेनमेंट जोन घोषित कर लोगों की आवाजाही रोक दी जाती है। लेकिन दर्जन भर मरीज मिलने के बावजूद भिलाई-चरोदा निगम को अब तक कंटेनमेंट जोन घोषित नहीं किया गया है। इस बात से निगम के सभी अधिकारी-कर्मचारी खफा होने के साथ ही दहशत में है।खास बात यह है कि जिस निगम कार्यालय में लगातार कोरोना संक्रमित मरीज मिलते जा रहे हैं उसी परिसर में स्वास्थ्य विभाग की टीम बचे हुए कर्मचारियों को बुलाकर जांच करा रही है। हालांकि इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा रहा है। बावजूद इसके 50 के करीब अधिकारी कर्मचारियों को एक साथ बुलाकर जांच की प्रक्रिया अपनाने के दौरान संक्रमण का खतरा बना हुआ है।

धीरे-धीरे बढ़ रहा है आक्रोश

महज पांच दिन के भीतर 12 कोरोना संक्रमित मिलने के बाद भी निगम कार्यालय को कंटेनमेंट जोन घोषित नहीं किए जाने से अधिकारी-कर्मचारियों में धीरे-धीरे आक्रोश बढऩे लगा है। हालांकि अनुशासन के चलते कोई भी खुलकर कुछ कह नहीं रहा है। लेकिन अधिकारी-कर्मचारियों का कहना है कि नियमानुसार निगम कार्यालय को 14 दिन के लिए कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया जाना चाहिए। जब एक जगह पर पांच संक्रमित मिलने पर कंटेनमेंट जोन बनाया जाता है तो फिर निगम कार्यालय में दर्जन भर मरीजों के सामने आने के बाद भी नियम का पालन नहीं होने पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं।

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