भ्रष्ट जनसूचना अधिकारियों के खिलाफ छत्तीसगढ़ आरटीआई संघ ने खोला मोर्चा, लोक निर्माण विभाग रायपुर में किया एक दिवसीय सत्याग्रह, जल्द ही ब्लॉक स्तर पर भी होगा प्रदर्शन
भ्रष्ट जनसूचना अधिकारियों के खिलाफ छत्तीसगढ़ आरटीआई संघ ने खोला मोर्चा, लोक निर्माण विभाग रायपुर में किया एक दिवसीय सत्याग्रह, जल्द ही ब्लॉक स्तर पर भी होगा प्रदर्शन
देवेन्द्र गोरले
राजनांदगांव- सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 यानी वर्ष 2005 में केन्द्र सरकार द्वारा आम आदमी को प्रदान किया गया वह अधिकार जो जनता और सरकार के बीच पारदर्शिता लाने में अहम भूमिका निभाता है। सभी शासकीय विभागों में केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा जारी राशियों से देश व प्रदेश की जनता के हित के लिए कराये गए कार्यों में सम्बंधित विभाग द्वारा क्या कार्य किये जा रहे हैं या फिर उदाहरण के तौर पर कहा जाये तो यदि केन्द्र सरकार द्वारा लोक निर्माण विभाग को एक गांव से दूसरे गांव तक सड़क निर्माण के लिए 10 करोड़ की राशि भेजी गई है तो आम आदमी को यह अधिकार है कि वह सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत आवेदन लगाकर यह जानकारी प्राप्त कर सकता है कि 10 करोड़ की राशि उक्त विभाग ने कहां कहां खर्च की जिससे यह पता चलता है कि वास्तव में उक्त विभाग ने एक गांव से दूसरे गांव तक निर्धारित मापदंड के आधार पर सड़क निर्माण किया कि नही यानी यदि इन कार्यों में किसी तरह की अनियमितता बरती गई है तो वह इस सूचना के अधिकार के तहत उजागर हो जाती है इसलिए बीते कुछ सालों से छत्तीसगढ़ में पूर्व में काबिज भाजपा की सरकार व वर्तमान में सत्ता में बैठी कांग्रेस सरकार में अफसर शाही इस कदर हावी है कि वह शासन से प्राप्त इस आम आदमी के अधिकार को समाप्त करने में लगे हुए हैं वे लगातार अपने कारगुजारियों को छुपाने के लिए तथा नेताओं की जेब भरने के लिए सूचना के अधिकार अधिनियम में फेरबदल करवाने में लगे हुए हैं जिससे उनका भ्रष्टाचार उजागर ना हो सके और उनका भ्रष्ट शासन चलता रहे। ऐसे भ्रष्ट जनसूचना अधिकारियों की हिटलर शाही के विरोध में पूरे प्रदेश में विरोध के स्वर उठने लगे हैं और राजधानी से लेकर ब्लॉक स्तर तक आंदोलन व धरना प्रदर्शन की तैयारी छत्तीसगढ़ आरटीआई संघ कर रहा है जिसका उद्देश्य सोये हुए नेताओं के कानों तक आम आदमी की आवाज को पहुंचाना है।
छत्तीसगढ़ आर टी आई संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने बताया कि गत दिनों प्रमुख अभियंता, लोक निर्माण विभाग , नया रायपुर के समक्ष एक दिवसीय सत्याग्रह संपन्न हुआ जिसमें प्रमुख अभियंता विजय भतप्रहरी से ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई कि लगातार जानबूझकर भ्रष्ट जनसूचना अधिकारी के द्वारा अधिनियम विरुद्ध कार्यवाही की जाती है और जानकारी नहीं दी जाती जिस कारण प्रथम अपीलीय, द्वितीय अपील की स्थिति बनती है जिसके चलते शासन का अनावश्यक समय और ऊर्जा नष्ट होता है।
कुछ भ्रष्ट जनसूचना अधिकारी जानबूझकर सूचना का अधिकार अधिनियम की धज्जियां उड़ाते हैं और कपटपूर्वक, मिथ्या, झूठ एवं सदोष हानि पहुचाने की मंशा से आवेदक को लगातार जानकारी नहीं देते।जिस पर पूर्व में विभिन्न न्यायालयों ने तथा विभिन्न राज्य सूचना आयोग ने खास करके राजस्थान हाईकोर्ट व राजस्थान शासन ने कहां था की कूट रचना कर दस्तावेज का निर्माण करने वालों के विरुद्ध धारा 420 व 34 के तहत मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए ।जिस पर विस्तार से प्रमुख अभियंता विजय भतप्रहरी से चर्चा कर 11 सूत्रीय मांग को लेकर अपनी बात रखी।जिस पर प्रमुख अभियंता विजय भतप्रहरी ने नियमानुसार कार्यवाही करने की बात कही है ।
छत्तीसगढ़ आर टी आई संघ का यह देश का पहला संगठन बन गया जो भ्रष्ट जनसूचना अधिकारी के खिलाफ लगातार उनके विभाग के समक्ष सत्याग्रह कर रहे हैं छत्तीसगढ़ आर टी आई संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि अब जो भ्रष्ट जनसूचना अधिकारी है भ्रष्ट जनसूचना अधिकारी के विरुद्ध सत्याग्रह कर आंदोलन किया जाएगा।जिससे जनता के नागरिक अधिकार का हनन करने वाले लोक सेवकों को बर्खास्त किया जा सके।
छत्तीसगढ़ आई टी आई संघ ने 11 मांगों को लेकर क्रमश क्रमश चरणबद्ध आंदोलन सत्याग्रह के माध्यम से करेगी क्योंकि लोक निर्माण विभाग में पारदर्शिता पूर्वक कार्य नहीं होने के कारण सड़क में गड्ढे हैं की गड्ढे में सड़क है यह पता करना मुश्किल है।पूर्व की सरकार ने ताबड़तोड़ तरीके से अनेकों भवन खड़े करा दिए वह भवन कुछ ही वर्षों में जर्जर हो रहे हैं जिसका एक उदाहरण साइंस कॉलेज ऑडिटोरियम है इसी प्रकार बल्दा कछार आदिवासी छात्रावास जिस पर 40 लाख रुपए खर्चा हुआ है वह बनने के कुछ ही दिनों में भसक गया उस पर थूक पालिश करके काम किया जा रहा है।इसी तरह लाइवलीहुड कॉलेज बलौदाबाजार में भी पहले ही बरसात में भेजा सीपेज आ गया जिसकी शिकायत करने पर आनन फानन में मरम्मत किया गया है ।
इस तरह करोड़ों रुपए आनन-फानन में वाह वाही लूटने के लिए लोक निर्माण विभाग ने सड़क बनाए हैं जो बहुत खस्ता हाल में इसी तरह ग्राम पंचायत गिधपुरी-ओडान- वड़गन जाने वाले मार्ग भी बहुत जर्जर हालत में है।रायपुर से बलौदाबाजार ए डी बी ने बनाया था जिसके तीन पुल के लोहे की रॉड दिख रहे हैं जिस पर रोज किसान व मजदूर हाथ पैर टूट रहा है और बलौदा बाजार में इलाज करते देखा जा सकता है दरअसल लोक निर्माण विभाग के अधिकारी मुख्यालय से नदारद रहकर बड़े शहरों में रहते हैं ।
इसलिए सड़क में हो रहे गड्ढों का वास्तविक रिपोर्ट मुख्यालय को नहीं देते जिस कारण रायपुर से बलौदाबाजार के बीच जितने भी गड्ढे हैं उन पर चलने वाले मुसाफिर रोका रोज हाथ पैर टूट रहा है इसकी जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग की बनती है।यही हाल बलौदा बाजार से भवन जाने वाले रोड का है जिस पर 5 से 7 फीट के अनेक गड्ढे सड़क पर हो गए हैं रोज गरीब आदमी का हाथ पैर टूट रहा है।एक तरफ गरीबी और करोना दूसरी तरफ सड़क पर चलने से हाथ पैर टूटना इतना ही नहीं अमीर आदमी जो बड़ी-बड़ी गाड़ियों में घूमते हैं उन गाड़ियों के टायर भी पंचर होते हैं और वह गाड़ियां अनियंत्रित होकर पेड़ में टकरा जाती है वही बड़ी गाड़ियां पलट जाती है जिससे अनेक परिवार बिखर रहे हैं व उन हताहत लोगों के आश्रित गरीबी एवं गुरबत की जिंदगी जीने को मजबूर है।
इनसे संबंधित दस्तावेज को सूचना के अधिकार के तहत मांगे जाने पर जानकारी नहीं दी जाती झूठ, कपटपूर्वक कार्यवाही कर द्वितीय अपील तक जाने के लिए मजबूर किया जाता है।विभिन्न न्यायालय व भारतीय दण्ड संहिता में स्पष्ट लिखा है कि यदि कोई लोक सेवक मिथ्या, कपटपूर्वक तथा अरीति से कोई मिथ्या दस्तावेज का निर्माण करता है तो उसके विरुद्ध धारा 420 व 34 का मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए ।
कुछ जनसूचना अधिकारी लोक निर्माण विभाग के लगातार जानबूझकर प्रीति से मीठा दस्तावेज का निर्माण कर धारा 420 व 34 का अपराध लगातार कार्य कर रहे हैं जिससे संबंधित शिकायत माननीय मुख्यमंत्री महोदय श्री भूपेश बघेल जी एवं माननीय लोक निर्माण विभाग मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू जी से किया जाएगा किया गया है।शिकायत की जांच के समानांतर मैदान में भी धरना प्रदर्शन व आंदोलन सत्याग्रह कर भ्रष्ट जनसूचना अधिकारी लोक निर्माण विभाग व भ्रष्ट लोक सेवकों के खिलाफ सत्याग्रह किया जावेगा जिसकी कड़ी की शुरुआत के रूप में गत दिनों कार्यालय, प्रमुख अभियंता, लोक निर्माण विभाग, नवा रायपुर,अटल नगर किया गया था।