अन्य जिलों से आये प्रवासी फेरी वालों से बस्तर में बढ़ सकता है कोरोना संक्रमण का खतरा

कोंडागांव। जैसा कि सर्वविदित है मध्यप्रदेश में जमकर फैला हुआ है कोरोना, मध्यप्रदेश का उज्जैन भी कोरोना से बहुत बुरी तरह से संक्रमित हैं। आज 17अगस्त को सुबह सुबह लगभग 8 बजे उसी उज्जैन के सराना के रहने वाले 12 लोग बाईक से केशकाल पंहुचे। इन लोगों का कहना है कि वे सब सुकमा जा रहे हैं। ज़हां पर रहकर बाइक में घूम घूमकर कंबल कुर्सी बेचेंगे। इनमें से किसी भी व्यक्ति के पास कोरोना टेस्ट का कोई मेडिकल सर्टिफिकेट नहीं है और किसी ने भी न मास्क लगाया हुआ था न सोशल डिस्टेंडिग का पालन करता दिखा। इन्हें कुछ समाज के कुछ हितैषी लोगों द्वारा समझाया गया कि आप लोग केशकाल के मुरवेंड क्वारंटाईन सेंटर में जाकर पहले अपना टेस्ट करवा ले उसके बाद ही आगे के लिए निकले। पर वो सभी लगभग सुबह 8.25 बजे धीरे धीरे खसकते हुए अपनी अपनी बाईक से आगे बढ़ गये।
ये सभी प्रवासी फरसगांव, कोंडागांव, जगदलपुर से होते हुए सुकमा जाकर अपना काम धंधा करेंगे। आपको जानकर हैरानी होगी कि बस्तर में बाहर से आकर फेरी लगा लगाकर सामान बेचने बड़ी संख्या में छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र व अन्य प्रदेशों से रोजाना छत्तीसगढ़ में प्रवेश कर रहे हैं, जिनकी तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अब सवाल यह उठ रहा है कि बगैर जांच के बाहर से आकर अगर कोरोना संक्रमित गांव-गांव, गली-गली फेरी लगाकर कोरोना परोसकर चल देगा तो क्या होगा?
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