छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

कोरोना संकट से प्रभावित कार्यों के कारण लक्ष्य प्राप्त करने की दिशा में विशेष रणनीति बनाकर करें काम – कलेक्टर भूरे

समय सीमा की बैठक में जिलास्तरीय अधिकारियों को दिये निर्देश

दुर्ग। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने सभी जिलास्तरीय अधिकारियों को कोरोना संकट के चलते प्रभावित हुए विभागीय कार्यों को देखते हुए विशेष रणनीति बनाकर तय समय में विभागीय लक्ष्य पूरे करने की दिशा में काम करने कहा है। उन्होंने कहा कि बेहतर रणनीति से और कड़ी मेहनत से इसे प्राप्त करने में कठिनाई नहीं होगी। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी अपने-अपने विभाग के कार्यो को पूर्ण जवाबदेही और गंभीरता से करें। कलेक्टर ने समय सीमा की बैठक में उक्त निर्देश अधिकारियों को दिए है।

कलेक्टर ने शासन की महत्वपूर्ण गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन की जानकारी लेते हुए सम्बंधित अधिकारियों से कहा है कि योजना के क्रियान्वयन में किसी प्रकार की चूक या लापरवाही नहीं होनी चाहिए। गौठान में पशुपालकों से गोबर की खरीदी, खरीदे गए गोबर का विधिवत वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाने और समय पर अनिवार्य रूप से भुगतान का कार्य करें। उन्होंने बताया कि हर 15 दिन में गोबर का भुगतान किया जाना है। निर्धारित राशि सम्बंधित पशुपालक के खाते में जमा कराएं। पहला भुगतान 5 अगस्त को किया जा चुका है।  भुगतान की अगली तिथि  20 अगस्त को निर्धारित की गई है।  इस तरह से हर 15 दिन में भुगतान हो सके, इसके लिए पूरी तैयारी रखने की बात उन्होंने कही। खरीदे गए गोबर का वर्मी कम्पोस्ट तैयार करने के लिए सभी स्वसहायता समूहों को ट्रेनिंग के संबंध में भी उन्होंने निर्देशित किया।

कलेक्टर ने कहा कि बरसात के मौसम के चलते बीमारियों के रोकथाम एवं उपचार के लिए सतर्क व तैयार रहें। पूर्व वर्ष में डेंगू से प्रभावित क्षेत्रों में अभी से पैनी नजर रखें। लोगों को सतर्कता से रहने जागरूकता अभियान चलाए। संक्रमण को रोकने सभी जरूरी उपाय अभी सुनिश्चित कर लेवें। उन्होंने कहा कि बारिश के बाद डेंगू फैलने की आशंका बनी रहती है। इसके मद्देनजर संबंधित क्षेत्र पर नजर बनाए रखें।

कलेक्टर ने पाइप लाईन बिछाने के लिए खोदे गए सड़क के गड्ढों को पूर्णरूपेण ठीक करने कहा है। कई जगह खोदे गए गड्ढों को क्षतिग्रस्त स्थिति में छोड़ दिये जाने पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए इसे ठीक करने कहा है। उन्होंने महिला एवं बाल विकास, शिक्षा विभाग सहित समाज कल्याण को अनुदान प्राप्त संस्थाओं का निरीक्षण कर यहां प्रदाय की जा रही सेवाएं व इसकी गुणवत्ता का निरीक्षण नियमित रूप से करने कहा जिससे हितग्राहियों को इनकी सेवाओं का लाभ मिल सके। उन्होंने प्राथमिकता वाले योजना जैसे उचित मूल्य की दुकान का संचालन, पेंशन भुगतान,  स्वास्थ्य, पेयजल की सुविधा जैसी बुनियादी सुविधाओं का बेहतर क्रियान्वयन करते हुए हितग्राहियों को इसका लाभ पहुंचाने कहा।

डॉ. भूरे ने सड़क पर सिग्नल में बच्चों के भीख मांगने पर पूर्ण रूप से रोक लगाने कहा। ऐसे बच्चों के अभिभावकों के लिए किसी प्रकार के रोजगार की व्यवस्था व व्यवस्थापन के निर्देश भी उन्होंने दिए। जिले में हो रहे विभिन्न निर्माण कार्यो की जानकारी लेते हुए उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यो की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार का समझौता नही किया जाएगा। कलेक्टर ने अन्य विभागों के कार्यों की समीक्षा भी की। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के उपाय सुनिश्चित करते हुए अपना कार्य गुणवत्तापूर्ण एवं प्रभावी रूप से करें। बैठक में नगर निगम भिलाई आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी, जिला पंचायत सीईओ सच्चिदानंद आलोक, अपर कलेक्टर एवं नगर निगम रिसाली आयुक्त प्रकाश सर्वे, अपर कलेक्टर बीबी पंचभाई, सहायक कलेक्टर  जितेंद्र यादव सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

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