छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

छग संयुक्त कर्मचारी महासंघ ने नियमितिकरण के लिए किया वर्चुअल रैली

भिलाई। छत्तीसगढ़ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ के द्वारा आज अपनी नियमितीकरण की माँगों को लेकर वर्चुअल प्लेटफार्म ट्वीटर पर ”वर्चुअल रैली का आयोजन किया गया।  प्रदेश के 10 हजार से अधिक अनियमित कर्मचारियों ने अपनी पीड़ा को ट्वीटर पर अनियमित से आजादी टैग लाइन के माध्यम से मुख्यमंत्री, टी.एस. सिंहदेव एवं अन्य सक्षम प्राधिकारियों के समक्ष रखा।

महासंघ अपनी माँगों को लेकर पहली बार सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्वीटर का सहारा लिया, जाहिर सी बात है कि सरकार द्वारा अपने घोषणा पत्र में अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने, किसी भी कर्मचारी की छंटनी नहीं करने तथा आउटसोर्सिंग बंद करने के वादे किये थे,किन्तु वहीं दूसरी ओर अनियमित कर्मचारियों की छंटनी एवं नियमित भर्ती प्रशासन द्वारा लगातार किया जा रहा है।

गोपाल गिरी गोस्वामी, प्रांताध्यक्ष, छत्तीसगढ संयुक्त अनियमित कर्मचारी महासंघ, प्रदेश संयोजक गोपाल प्रसाद साहू, श्रीमती भगवती शर्मा, अनीता सिंह, तारकेश्वर साहू, श्रीकांत लश्कर, सुदर्शन मंडल, गोविंद साहू, अजीत नाविक, जुनैद खान, सुदेश यादव, महेश सिन्हा, विनय यादव, अभिषेक ठाकुर एवं अन्य अनियमित कर्मचारियों द्वारा वर्चुअल रैली सोशल मीडिया ट्विटर के माध्यम से मुख्यमंत्री से किसी भी अनियमित कर्मचारियों की छंटनी/सेवा समाप्त नहीं किये जाने के साथ ही किसी प्रकार की शिकायत पर नियमित कर्मचारियों की भांति नोटिस जारी, जांच प्रक्रिया एवं दोषी पाये जाने पर निलंबन की कार्यवाही संबधित अधिसूचना/दिशा निर्देश जारी करने का अनुरोध किया गया ।

उल्लेखनीय है की प्रदेश में कार्यरत अनियमित कर्मचारी/अधिकारी के नियमितिकरण करने, जबरन निकाले अनियमित कर्मचारियों को बहाल करने, छंटनी न किये जाने, शासकीय सेवाओं में आउटसोर्सिंग/ठेका प्रथा को पूर्णत: समाप्त कर कर्मचारियों का समायोजन करने, अंशकालिक कर्मचारियों को पूर्णकालीन करने वादा के विपरित सरकार द्वारा किसी प्रकार का प्रावधान/घोषणा नहीं होने से काफी निराश है और इस वादाखिलाफी के खिलाफ महासंघ अपने गतिविधियों को गति देने वर्चुअल रैली का आयोजन किया।

रवि गढ़पाले, महासचिव ने कहा कि जिस प्रकार हमने 15 अगस्त 1947 को गुलामी से आजादी पाई थी ठीक उसी प्रकार हम अनियमित कर्मचारी संविदा, दैनिक वेतन भोगी, प्लेसमेंट, आउटसोर्सिंग, ठेका, मानदेय, जॉब दर, कलेक्टर दर, रूपी शोषणकारी प्रथा का दंश झेल रहे हैं जिससे अब कांग्रेस पार्टी के जन घोषणा पत्र के अनुसार  हमें भी आजादी चाहिए।

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