युवाओं को हुनर दिखाने का मौका मिला स्पेन में,

आर्थिक तंगी रास्ता रोक रही कामयाबी का
भिलाई। इस्पात नगरी के तीन युवाओं का चयन स्पेन में आयोजित होने वाले प्रतिष्ठित टेन सेंटीडोज अंतरराष्ट्रीय कोरियोग्राफी प्रतियोगिता के लिए हुआ है लेकिन तीनों की आर्थिक तंगी इस कामयाबी का रास्ता रोक रही है। तीनों युवाओं की नजरें समाज और शासन-प्रशासन की ओर से है,जिससे ये लोग स्पेन में अपने शहर भिलाई और छत्तीसगढ़ राज्य के साथ देश का नाम रौशन कर सकें।
भिलाई में रामनगर निवासी रौशन घड़ेकर, स्टेशन मरोदा निवासी प्रदीप गुप्ता और सेक्टर-10 निवासी पुरेंद्र मेश्राम इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता के लिए अपनी कोरियोग्राफी का वीडियो अपलोड कर इंट्री ली थी। जिसमें पूरी दुनिया के हजारों प्रतिभागियों के बीच अंतिम 10 में इन युवाओं को इंट्री मिली। समूचे मध्यभारत से इन तीन युवाओं का अकेला समूह है, जिसे इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में भाग लेने का अवसर मिला है। इन्हें अपनी विशिष्ट शैली की कोरियोग्राफी का प्रदर्शन करने इन्हें 17-18 मई को स्पेन के साला मेटिल्डे सल्वाडोर (वलेंसिया) में रहना है। लेकिन इन तीनों की आर्थिक हालत इसमें आड़े आ रही है। तीनों युवा बेहद साधारण परिवार से हैं और किसी तरह जीवन-यापन कर रहे हैं। स्पेन जाने की बात आई तो तीनों के घर में खुशी का माहौल था लेकिन यह खुशी फिलहाल मायूसी में बदली हुई है। तीनों के पास इतनी धनराशि नहीं है कि अपने सपनों को पूरा करने और देश का नाम रौशन करने ये लोग स्पेन जा सकें। तीनों की नजरें अब समाज की ओर हैं।
क्या है टू मैन डांस एक्ट
इन युवाओं द्वारा तैयार टू मैन डांस एक्ट दरअसल कथानक पर आधारित अमूर्त (एब्स्ट्रैक्ट) आधार की कोरियोग्राफी है। जिसमें शारीरिक हाव-भाव , पैरों की आवाज व सांस लेने और छोडऩे की गति के साथ कहानी को अनूठे अंदाज में दर्शकों तक पहुंचाया जाता है। इस एक्ट में प्रदीप और पुरेंद्र मंच पर रहते हैं और पाश्र्व में रौशन घड़ेकर की भूमिका रहती है। तीनों ही आला दर्जे के कोरियोग्राफर हैं। अपनी कोशिशों से तीनों विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेते रहते हैं। यह पहला अवसर है, जब तीनों को स्पेन जाने का मौका मिल रहा है।