छत्तीसगढ़

कोदो, कुटकी, रागी का खरीदी समूह के माध्यम से करने निर्देश- Instructions to purchase Kodo, Kutki, Ragi through group

कोदो, कुटकी, रागी का खरीदी समूह के माध्यम से करने निर्देश
समूह के माध्यम से वनोपज संग्रहित कराना सुनिश्चित करें-राजेश तिवारी
कांकेर – राज्य शासन के मंशानुरूप वनोपज को बढ़ावा देने के लिए जिला कार्यालय के सभाकक्ष में मुख्यमंत्री के संसदीय सलाहकार राजेश तिवारी, विधायक कांकेर एवं संसदीय सचिव शिशुपाल शोरी, अंतागढ विधायक अनूप नाग और कलेक्टर के.एल. चौहान की उपस्थिति में बैठक आयोजित की गई, जिसमें मर्दापोटी, इच्छापुर, ईरादाह क्षेत्र के लगभग 17 गांवों के लोगों को समूह बनाकर कोदो, कुटकी एवं रागी का खरीदी करने के पश्चात प्रोसेसिंग यूनिट के माध्यम से उचित दामों में बिक्री करने तथा वनविभाग के माध्यम से जंगल के वनोपज वृक्षो को चिन्हांकित कर वृक्षवार मूल्य निर्धारण करने के निर्देश दिये गये हैं। मुख्यमंत्री के संसदीय सलाहकार तिवारी ने कहा कि ग्रामवार समूह गठित कर वनोपज को संरक्षित एवं संग्रहित करें, जिससे समूह को वनोपज का लाभ मिल सके। उन्होंने ग्राम पंचायतों में ग्रामसभा के माध्यम से सामुदायिक वनाधिकार पट्टा के प्रकरण को शीघ्र निराकरण कराने के निर्देश आदिवासी विकास विभाग के उपायुक्त को दिये। उनके द्वारा नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी योजना के तहत गांव में शुद्ध एवं प्रोटिनयुक्त साग-सब्जी का उत्पादन कर स्वयं के उपभोग पश्चात महिला स्व-सहायता समूहों के माध्यम से जिले के आश्रम-छात्रावासों में सब्जी बेचकर लाभ प्राप्त करने के लिए निर्देशित किया गया।
समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि साग-सब्जी के साथ-साथ लघु वनोपज को भी बढ़ावा दें, जिससे गांव के समूह का आर्थिक विकास हो सके। जंगल से मिलने वाली लघुवनोपज जैसे-महुआ, हर्रा, बेहड़ा, आंवला, लाख, चार-चिरौंजी, शहद इत्यादि को संकलित कर समिति के माध्यम से बेचने के लिए समूह के सदस्यों को कौशल विकास केन्द्र के माध्यम से प्रशिक्षण भी कराना सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया है। वनोपज की दृष्टि से इस क्षेत्र को मॉडल के रूप में विकसित किया जायेगा, इसके लिए राज्य सरकार से मदद भी ली जायेगी। उन्होंने कहा कि जंगल के वनोपज संग्रहण के लिए पंचायतवार प्रबंधन समिति बनाई जाय, जिससे लघु वनोपज को बेचने के लिए कोई समस्या नहीं होगी। लाख उत्पादन के लिए बेर, कुसुम, पलास, सेमियालता के पौधे वितरण करने के लिए डीएफओ को निर्देश दिये गये।
बैठक में डीएफओ कांकेर अरविंद पी.एम., एसडीएम उमाशंकर बंदे, आदिवासी विकास विभाग के उपायुक्त विवेक दलेला, उप संचालक कृषि एन.के. नागेश, कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रमुख वैज्ञानिक बिरबल साहू, जनपद सीईओ कांकेर यूएस, पामभोई सहित वन विभाग के मैदानी कर्मचारी उपस्थित थे।

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