कोरोना से ठीक हुए संयंत्र कार्मिकों ने की कोरोना मरीजों से अपील
कहा कोरोना से घबराना, बल्कि हिम्मत से सामना करें
भिलाई। शहर में कोरोना के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है, कोरोना की जंग अभी भीजारी है। इसे जीतने की पूरी तैयारी है। ये मानना है कोरोना से ठीक हुए संयंत्र कर्मियों का। इन कर्मवीरों ने अपने साथियों से कहा कि कोरोना से घबराने के बजाए इसका पूरी हिम्मत के साथ डटकर मुकाबला करें। इनका कहना है कि डर के आगे जीत है। कोरोना से ठीक हुए इन कार्मिकों की अपील है कि बीएसपी प्रबंधन कोरोना से बचाव का पूरा प्रयास कर रहा है, हमें निरंतर सावधान व सतर्क रहकर पूर्ण सहयोग प्रदान करना है। इन प्रयासों के बीच कुछ कार्मिक कोरोना से संक्रमित हुए। आज संयंत्र के ऐसे तीन कार्मिकों से बातचीत की, जिन्होंने कोरोना को हराकर अपने दैनंदिनी कार्यों में लौट चुके हैं।
समाज के प्रत्येक सदस्य को जागरूक होना होगा- श्री मिश्रा
मटेरियल मैनेजमेंट के वरिष्ठ प्रबंधक संजय मिश्रा के पिता अपने इलाज के लिए अस्पताल में भरती थे। उनके पिता का इलाज करने वाले डॉक्टर का कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद उनके पिता की जाँच की गई और वे कोरोना पॉजिटिव पाए गए और उनके पिता से संजय मिश्रा कोरोना से संक्रमित हुए। कोरोना रिपोर्ट आते ही श्री मिश्रा ने तत्काल सूचना देने के साथ ही स्वयं को आइसोलेट कर लिया था। उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के पश्चात् एम्स में इलाज हेतु भरती किया गया। सात दिनों के इलाज के पश्चात् श्री मिश्रा की दो रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। वर्तमान में श्री संजय मिश्रा कोरोना की जंग जीतकर चिकित्सकीय सलाह के अनुरूप विश्राम कर रहे हैं। संजय मिश्रा का कहना है कि हम सभी को कोरोना से बचाव हेतु सुझाए गए सभी उपायों का पालन करना चाहिए। विटामिन-सी का सेवन भरपूर मात्रा में करना चाहिए। अगर आपको कोई लक्षण दिखाई देता है तो तत्काल चिकित्सकीय सलाह लें। जानकारी को न छिपाएं और अपने प्रियजनों और सहकर्मियों को कोरोना से बचाने में सहयोग करें। कोरोना के फैलाव को रोकने के लिए समाज के प्रत्येक सदस्य को जागरूक होना पड़ेगा। बार-बार हाथ धोना, मास्क लगाना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना, लक्षण को नहीं छिपाना, भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर न जाना जैसे साधारण उपायों का हम पालन करते हैं तो हम इसे फैलने से रोक सकते हैं।
कोरोना से नहीं है घबराना, करें हिम्मत से सामना-एसपी चौबे
इसी प्रकार 25 जुलाई, 2020 को फाउंड्री शॉप के चार्जमैन एस पी चौबे ने भी कोरोना को हराकर सकुशल घर वापसी की है। घर वापसी पर मुहल्ले वालों ने श्री चौबे का शानदार स्वागत किया। श्री चौबे बताते हैं कि उन्हें कोई सिम्टम नहीं था, उनके मुहल्ले में जाँच टीम आई हुई थी, उन्होंने एहतियात के तौर पर सपत्नीक जाँच करवाई। जिसमें उनकी पत्नी तो निगेटिव आई परन्तु श्री चैबे पॉजिटिव पाए गए। उन्हें एम्स में भरती किया गया। दो टेस्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें एम्स से छुट्टी दे दी गई। श्री चौबे की न कोई ट्रैवल-हिस्ट्री है और न ही उनके घर पर बाहर से आया है।
श्री एस पी चौबे अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहते हैं कि कोरोना से हमें बिल्कुल नहीं घबराना है। इसका सामना पूरे हिम्मत व निडरता के साथ करना चाहिए। जो डर गया, वो मर गया। मुझे इसके इलाज में कहीं कोई तकलीफ नहीं हुई। मैं अपने साथियों से कहना चाहूँगा कि आप सभी सावधान रहें, सतर्क रहें और सुरक्षित रहें। काढ़ा का सेवन फायदेमंद है। मास्क को फैशन के लिए नहीं बल्कि बचाव के लिए ठीक ढंग से लगाएं। बाजार, अस्पताल, भीड़-भाड़ वाले सामाजिक व धार्मिक कार्यक्रमों में जाने से बचें। जरूरत के अनुरूप साबुन व सैनिटाइजर का प्रयोग करें। भिलाई के इस्पात बिरादरी ने इस संकटकाल में कोविड-19 से डटकर मुकाबला किया है। जहाँ संयंत्र प्रबंधन ने शासन-प्रशासन व सेल प्रबंधन के मार्गदर्शन का बखूबी पालन करते हुए कोरोना रक्षक उपायों का क्रियान्वयन किया है, वहीं संयंत्र के कार्मिकों ने भी पूरी सावधानी बरतते हुए कार्यों को अंजाम दिया है। इस जंग में जीत का विश्वास जगाया है।