सीएमओ ने एक बार फिर परिषद का मजाक बनाया, परिषद द्वारा निरस्त कार्य का टैंडर लगाकर खोला-अमित छाबड़ा
सीएमओ ने एक बार फिर परिषद का मजाक बनाया, परिषद द्वारा निरस्त कार्य का टैंडर लगाकर खोला-अमित छाबड़ा देवेन्द्र गोरले- पार्ट – 18 डोंगरगढ- छत्तीसगढ़ की आराध्य नगरी डोंगरगढ में इन दिनो मुख्य नगर पालिका अधिकारी की मनमानी चरम
सीमा पर है फिर चाहे वह बिना टैंडर के नाली निर्माण हो, पत्रकारों से अभद्र व्यवहार हो, महिला पत्रकार से छेड़छाड़ हो, ठेकेदारों से टैंडर फार्म के बदले पैसे की मांग हो या फिर परिषद की अवहेलना हो लगातार वे अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रहे हैं हैरानी की बात तो यह है कि इतना कुछ होने के बाद भी उच्च अधिकारी या जनप्रतिनिधि मामले को गंभीरता से ना लेकर हिटलर अधिकारी का हौसला बुलंद कर रहे हैं। हाल ही में नगर के ही ठेकेदार ने सीएमओ के ऊपर टैंडर फार्म के बदले रुपयों की मांग करने का आरोप लगाया था जिसके बाद सीएमओ के द्वारा स्वंम को बचाने के लिए ठेकेदार के ऊपर जातिगत गाली देने का आरोप लगाते हुए पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज करा दी गई।
नेता प्रतिपक्ष अमित छाबड़ा ने सीएमओ हेमशंकर देशलहरा के ऊपर परिषद की अवहेलना का आरोप लगाते हुए बताया कि 14 जुलाई को कार्यकारी अध्यक्ष राजेश गजभिए की अध्यक्षता में परिषद की बैठक आहूत की गई थी जिसमें विषय क्रमांक 22 में नेहरू कालेज के सामने, हाईस्कूल के सामने, मंदिर के सामने एवं सरकारी अस्पताल के सामने दुकान निर्माण का विषय विचार एवं निर्णय के लिए रखा गया था किन्तु परिषद द्वारा सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया था कि सरकारी अस्पताल के सामने दुकान निर्माण को छोड़कर शेष दुकानों के निर्माण की स्वीकृति प्रदान की जाती है जो प्रोसिडिंग में भी लिखा गया और सीएमओ से भी कहा गया कि इसे 25 जून को निकाले गए टैंडर से हटा दे परंतु सीएमओ द्वारा इस कार्य को निविदा से नही हटाया गया और तो और 25 जुलाई को इसका टैंडर खोल भी दिया गया। अमित छाबड़ा ने कहा कि सीएमओ की यह हरकत कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी विपक्ष इसकी शिकायत एसडीएम, कलेक्टर से लेकर उच्च अधिकारियों व मंत्रियों से करेगा। सीएमओ ने परिषद का अपमान किया है उन्होंने परिषद की गरिमा को धूमिल किया है। परिषद सबसे ऊपर है और उन्होंने परिषद की अवहेलना करके यह बताने की कोशिश की है कि वे स्वंम को परिषद से बड़ा समझते हैं।
महिला पत्रकार से छेड़छाड़- महिला पत्रकार कोमल सूर्यवंशी ने बताया कि वे अपने सहकर्मी के साथ किसी खबर के संबंध में मुख्य नगर पालिका अधिकारी हेमशंकर देशलहरा का अभिमत लेने उनके दफ्तर गई थी लेकिन उन्होंने बाईट देने से इंकार करते हुए कैमरा बंद करने एवं छोटे मोटे पत्रकार मेरा क्या बिगाड़ लोगे जैसी भाषा का इस्तेमाल करते हुए अश्लील इशारे करने लगे जिसके बाद हम वहां से निकल गए और हमने खबर चला दी जिसके बाद सीएमओ ने बौखलाहट में सोशल मीडिया में पत्रकार पागल है या उसे पागल कुत्ते ने काटा है जैसे पोस्ट करने शुरू कर दिए जिसके बाद हमनें स्थानीय पुलिस थाना सहित एसपी के पास लिखित शिकायत दर्ज कराई है किन्तु आज 10 दिन से ऊपर बीत चुके है उक्त अधिकारी पर किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं हुई है।