संगठन में जब मंडल एवं प्रदेश स्तरीय पदाधिकारियों के साथ तो भेदभाव, तो बूथ स्तरीय कार्यकर्त्ताओं की स्थिति तो और भी विचारणीय है
संगठन में जब मंडल एवं प्रदेश स्तरीय पदाधिकारियों के साथ तो भेदभाव, तो बूथ स्तरीय कार्यकर्त्ताओं की स्थिति तो और भी विचारणीय है :- रविशंकर कैवर्त। रिपोर्टर – गणेश यादव
गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही – छत्तीसगढ़ के नवनिर्मित जिला गौ.पे.म. क्षेत्र के समाजसेवक एवं युवा संगठन नेतृत्वकर्ता रविशंकर कैवर्त ने कहा कि अभी हाल ही में गौ.पें.म. जिला में भाजपा जिला कार्यसमिति का गठन किया गया हैं, जिसमें
जमीनी कार्यकर्त्ताओं को नजरअंदाज किया गया है, जिस कारण भाजयुमो पेन्ड्रा मंडल अध्यक्ष एवं भाजयुमो छत्तीसगढ़ प्रदेश कार्यसमिति सदस्य पवन केसरवानी ने अपने पद, दायित्वों के साथ-साथ संगठन के प्राथमिक एवं सक्रिय सदस्यता से पूर्ण रुप से इस्तीफा दे दिया हैं,
उन्होंने कहा कि भाजपा संगठन में पहले जमीनी कार्यकर्त्ताओं को सम्मानपूर्वक पद दिए जाते थे, लेकिन आज यहाँ भी चाटूकारिता की नीति नियम लागू हो गयी है,
पवन केसरवानी ने पहले ही कहा था कि, सभी छोटे बड़े कार्यकर्त्ताओं का सम्मान करना पड़ेगा, कोई बैकडोर से नहीं आएँगे वोट माँगने,
रविशंकर ने कहा कि जिस प्रकार एक कार्यकर्त्ता अपनी जिम्मेदारी पर संगठन को जितने वोट दिलवाता हैं, उतने ही सम्मान पूर्वक उसे पद भी देना चाहिए, चाहे प्रत्याशी जीते या ना जीते, लेकिन कार्यकर्ताओं के संघर्षपूर्ण प्रयासों का तिरस्कार नहीं करना चाहिए, लेकिन यहाँ चाटुकारों का ही बोलबाला है, जब कार्यकर्त्ताओं को उनका सम्मान, अधिकार नहीं दे सकते तो फिर किस हक से उसे जनताओं के दरवाजों पर वोट माँगने भेजते हो,
हम जानते है राष्ट्रहित सर्वोपरि है, इसका मतलब ये नहीं कि शेरों के संगठन का नेतृत्वकर्ता चाटुकार लोमड़ीयों को बना दिया जाए,
इसके पहले विधानसभा चुनाव में कार्यकर्त्ता को पन्ना प्रभारीयों का पद दिया जा रहा था और कहा जा रहा था इसके माध्यम से परिचय पत्र बनेगा , जिससे आप लोग सीधे मुख्यमंत्री जी से मिल सकोगे, यहाँ मुख्यमंत्री तो दूर जिला एवं प्रदेश के पदाधिकारियों से मिलने के लिए भी बेवजह अपमानित होना पड़ता हैं, और पार्टी विशेष कार्यालयों में जाओ तो कोई ठीक से बात तक नहीं करता,
हम पवन केसरवानी के विचारों एवं कार्यों का सम्मान करते है,
मैं और मेरे सभी सहयोगी कार्यकर्त्ता साथी पूर्ण रुप से उनका समर्थन करते हैं ।