लॉकडाउन की घोषणा से मुनाफाखोरी के लिए दुकानदार करने लगे जमाखोरी
जरूरी सामानों का जानबूझ कर उत्पन्न किया जा रहा है कृत्रिम अभाव
पान मसाला, सिगरेट व गुड़ाखू के कीमतों में आया उछाल
भिलाई। तेजी से बढते कोरोना संक्रमण के कारण 23 जुलाई से लॉकडाउन होने की घोषणा के बाद मुनाफाखोरी के लिए दुकानदार अभी से सामान रहते हुए भी जानबूझकर कृत्रिम आभाव उत्पन्न कर जमाखोरी करने लगे हैं। अचानक भिलाई-दुर्ग की सभी बाजारों में आवश्यक वस्तुओं का अभाव दिखने लगा है। वहीं पान मसाला, बीड़ी सिगरेट, तम्बाकू और गुड़ाखू जैसे व्यसन वाली चीजो के कीमत में जबर्दस्त उछाल आ गया है।
दुर्ग जिले में एक बार फिर 23 से 29 जुलाई तक लॉकडाउन घोषित किए जाने की घोषणा ने कालाबाजारियों को सक्रिय कर डाला है। शनिवार को राजधानी में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठक में जिला कलेक्टरों को अपने अधिकार क्षेत्र की सीमा में परिस्थितियों के मद्देनजर लॉकडाउन लगाने का निर्देश दिया गया था। इसके बाद भिलाई-दुर्ग में कभी भी लॉकडाउन लगने की संभावनाओं पर चल रही चर्चा के बीच कतिपय व्यापारियों ने जमाखोरी को तेज कर दिया है। अचानक शहर के सभी बाजारों में आवश्यक वस्तुओं का कृत्रिम अभाव दिखने लगा है। उपभोक्ताओं में भी संशय की स्थिति बन गई है। इसके चलते लोग रोजमर्रा की जरुरतों वाली चीजों की अतिरिक्त खरीददारी करने लगे हैं। इस स्थिति में व्यापारियों के द्वारा स्टाक नहीं होने का हवाला देकर कीमतों में इजाफा कर दिया गया है। कई वस्तुएं लोगों को अपनी मांग के अनुरुप बाजार से उपलब्ध हीं हो पा रहा है।
खासकर पान मसाला, बीड़ी, सिगरेट, तम्बाकू और गुड़ाखू जैसी मादक वस्तुओं की जमाखोरी फिर एक बार उफान पर आ गई है। रविवार को कलेक्टर डॉ सर्वेश्र नरेन्द्र भूरे के आदेश पर 23 जुलाई से सप्ताह भर के लिए लॉकडाउन घोषित करते ही व्यसन वाली वस्तुओं की कीमतें अचानक उछाल लेने लगी। आलम यह है कि 125 रुपए पुड़ा में मिलने वाला राजश्री और विमल ब्रांड का पान मसाला 150 रुपये में बिकने लगा है। गुड़ाखू की 36 डिब्बी वाला पूड़ा 200 रुपए से एक दिन के भीतर 500 रुपए जा पहुंचा है। जबकि पहली बार जब लॉकडाउन लगा था तो इसका पूड़ा 160 रुपए था और लोगों को चिल्हर में एक डिब्बी महज पांच रुपए में मिलती थी। लेकिन लॉकडाउन खत्म होने के बाद थोक में 200 रुपए पुड़ा के साथ चिल्हर में एक डिब्बी 10 रुपए में बिक रही थी। इसी तरह बीड़ी सिगरेट और तम्बाकू के कीमत में भी लगातार वृद्धि होती चली जा रही है।
गौरतलब रहे कि दुर्ग जिले में लगातार कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती चली जा रही है। इस स्थिति के चलते फिर एक बार लॉकडाउन लगाये जाने की संभावना शनिवार के बाद से ही बन गई थी।
शराब की दुकानों में बढ़ गई भीड़
लॉकडाउन लगाये जाने की घोषणा के बाद मदिरा प्रेमियों की बेचैनी बढ़ गई है। इसका असर भिलाई-दुर्ग की सभी शराब दुकानों में देखने को मिल रहा है। शनिवार की शाम से ही शराब दुकानों में भीड़ बनी हुई है। मदिरा प्रेमियों में शराब का भरपूर स्टाक रखने की होड़ मची हुई है। लॉकडाउन लगने की स्थिति में मुंहमांगी कीमत वसूलकर मदिरा प्रेमियों को उपलब्ध कराने के इरादे से भी अनेक लोगों के द्वारा शराब खरीदने की खबर लगातार मिल रही है।