सड़क किनारे व्यवसाय करने वाले हितग्राहियों को मिलेगा लाभ
महापौर ने कहा जिसको ऋण लेना हो करें आवेदन जमा
दुर्ग ! महापौर धीरज बाकलीवाल द्वारा आज निगम की राष्ट्रीय शहर आजीविका सिटी मिशन कार्यालय की बैठक लेकर कामकाज की समीक्षा की । उन्होंने शहरी पथ विक्रेताओं को आत्म निर्भर बनाने की योजना पर चर्चा किये । बैठक में निगम आयुक्त इंद्रजीत बर्मन, राजस्व प्रभारी ऋषभ जैन, शहर के बैंकर्स मनीष कुमार राज केनरा बैंक, ग्रसियमजकारिया यूको बैंक, सुरेश सिंह राजपूत जिला सहकारी बैंक, एम.के. सिंगएम.के. त्रिपाटी इंडियन बैंक, सहित सेन्ट्रल बैंक, यूनियन बैंक, ग्रामीण बैंक, तथा एनयूएलएम दुर्ग के मैनेजर मुक्तेश व अन्य लोग उपस्थित थे।
महापौर श्री बाकलीवाल ने राष्ट्रीय शहरी आजीविका सिटी मिशन की बैठक लेकर कहा कि शहर में सैकड़ों की संख्या में लोग सड़क किनारे पसरा, ठेला, रेहड़ी लगाकर छोट-मोटे व्यवसाय करते हैं और जीवन चलाते हैं । उन्होनें कहा एैसे लोगों को योजनाओं का लाभ देना हमारा दायित्व है । उन्होनें कहा शासन द्वारा पं. दीपदयाल उपाध्याय शहरी पथ विक्रेता आत्म निर्भर योजना की शुरुआत की गई है। जिसके माध्यम से प्रत्येक हितग्राहियों को 10,000 रु0 तक का ऋण प्रदान किया जावेगा। उन्होनें बैंकर्स प्रतिनिधियों को निर्देशित कर कहा कि गरीब हितग्राहियों को आत्म निर्भर बनाने शासन की योजना का लाभ में सहयोग प्रदान करें।
उन्होनें आजीविका सिटी मिशन के अधिकारियों से कहा शहर के एैसे गरीब व्यवसाय करने वालों को चिन्हित करें, कोरोना काल के दौरान एैसे शहरी पथ विक्रेताओं का व्यवसाय प्रभावित हुआ है जिसे पुन: पटरी पर लाने शासन द्वारा पं. दीपदयाल उपाध्याय शहरी पथ विक्रेता आत्म निर्भर योजना से उनको आत्म निर्भर बनायेगें। उन्होनें कहा ऋण लेने वाले हितग्राहियों को अनुदान भी दी जाएगी। ऋण अदा करने वाले हितग्राहियों को भविष्य में ऋण राशि बढ़ा कर दिया जा सकेगा। इसके अलावा अन्य सुविधाएॅ भी मुहैया कराया जाएगा। उन्होनें शहर के शहरी पथ विक्रेताओं से अपील कर कहा कि जिन्हें भी इस योजना के तहत् ऋण लेना हो, वे डाटा सेंटर स्थित राष्ट्रीय शहरी आजीविका सिटी मिशन कार्यालय में आकर अपना आवेदन जमा करायें।