14580 शिक्षको की नियुक्ति न कर, संसदीय सचिव की नियुक्ति कर चुकी प्रदेश सरकार बेरोजगार युवको के साथ घोर अन्याय
14580 शिक्षको की नियुक्ति न कर, संसदीय सचिव की नियुक्ति कर चुकी प्रदेश सरकार
बेरोजगार युवको के साथ घोर अन्याय
कांकेर – आम आदमी पार्टी बस्तर संभाग के संगठन मंत्री संजय मंशानी एवं जिला अध्यक्ष हरेश चक्रधारी ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार की प्राथमिकता विधायको को संसदीय सचिव बनाना है, मगर जिन 14580 युवाओं का चयन शिक्षक के लिये व्यापम के माध्यम से डेढ़ वर्ष पूर्व हुआ था इनकी नियुक्ति करनी नही है । जबकि संसदीय सचिव बनाना जरूरी नही था । प्रदेश में युवाओ को नौकरी देना जरूरी था ।
मुख्यमंत्री भुपेश बघेल वित्तीय संकट का हवाला देते है मगर संसदीय सचिव बनाने से वित्तीय समस्या आड़े नही आती है । इन संसदीय सचिव के पीछे सर्च होगा वह दिखता नही है । प्रदेश के 14580 बेरोजगार युवाओं की नियुक्ति न कर प्रदेश सरकार न केवल घोर अन्याय कर रही है बल्कि संवेदनहीनता का परिचय दे रही है ।
आम आदमी पार्टी ने कहा कि वह दो मांगो को लेकर विगत 03 जुलाई 2020 से प्रदेश कार्यालय में आमरण अनशन पर है पहला 14580 शिक्षको की नियुक्ति की जाये । दूसरा सरकारी विभागो में रिक्त पदो के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाये । इसके लिए बकायदा प्रदेश सरकार श्वेत पत्र जारी कर बताये किन विभागो में कितने रिक्त पद है ।
रायपुर स्थित प्रदेश कार्यालय में आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेण्डी एवं प्रदेश सचिव उत्तम जायसवाल इस मुद्दे पर आमरण अनशन कर चुके है व अभी प्रदेश प्रवक्ता देवलाल नरेटी आमरण अनशन पर है । आम आदमी पार्टी के 03 जुलाई से इस मामले का आगाज किया है । इसे अंजाम तक पहुचाने के लिए 19 जुलाई को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में अनिश्चित कालीन आमरण अनशन होगा । हमारे साथी तब तक अनशन करेंगे जब तक प्रदेश सरकार उपरोक्त मांगो पर लिखित आश्वासन नही दे देती है ।
श्री मंशानी एवं श्री चक्रधारी ने जोर देकर कहा है कि बेरोजगार युवाओ के हक की लड़ाई आम आदमी पार्टी लड़ रही है प्रदेश की ढ़ाई करोड़ जनता के आर्शीवाद से यह लड़ाई जरूर जीतेंगे ।