नगर पालिका में भ्रष्टाचारियों और चापलूसों का राज

नगर पालिका में भ्रष्टाचारियों और चापलूसों का राज
डोंगरगढ- डोंगरगढ नगर पालिका परिषद में जब से नये सीएमओ हेमशंकर देशलहरा पदस्थ हुए हैं तब से भ्रष्टाचारियों व चापलूस अधिकारी व इंजीनियरों का राज चल रहा है और चले भी क्यों ना जब राजा ही तानाशाही और सनकी हो तो मंत्री और सिफह सलाहकार तो उनके नक्शे कदम पर चलेंगे ही। कुछ ऐसा ही हाल नगर पालिका डोंगरगढ में इन दिनों चल रहा है नवपदस्थ सीएमओ तो डोंगरगढ में जैसे बदलापुर की राजनीति करने की कसम खाकर ही यहां पदस्थ हुए हैं। वो कहावत तो आपने सुनी ही होगी कि सावन के अंधे को हर जगह हरा ही हरा दिखता है ठीक वैसे ही सीएमओ देशलहरा का विवादों से शुरू से नाता रहा है वे जहां भी गये अपने तानाशाह रवैये के कारण विवादों में रहे, हाल ही में एक मामले के विवाद से निकलकर डोंगरगढ पदस्थ हुए सीएमओ देशलहरा आते ही यहाँ पर भी अपनी मुर्गी की एक टांग वाली कार्यप्रणाली यानी अपनी मनमानी शुरू कर दी। प्रभार लेने के पूर्व ही सीएमओ हाऊस को खाली करवाने को लेकर इंजीनियर से उलझ गए और उन्हें सीएमओ निवास खाली करवा दिया वहीं चापलूसी करने वाले दो इंजीनियरों को सीएमओ निवास के समीप बने रैन बसेरा जिसका अभी लोकार्पण भी नहीं हुआ है वहां शिफ्ट करवा दिया लेकिन सीएमओ देशलहरा का मन यहाँ भी शांत नहीं हुआ तो तत्कालीन सीएमओ पूजा पिल्ले की कारगुजारियों का ठीकरा एक इंजीनियर पर फोड़कर उन्हें
निलम्बित करवा दिया और अब चापलूस इंजीनियरों का राज चल रहा है। हैरानी की बात तो यह है कि लगातार प्रकाशित हो रहे समाचार के बाद भी नगरीय प्रशासन या स्थानीय प्रशासन मामले की गंभीरता को देखते हुए कार्यवाही या जांच तो दूर
संज्ञान लेना भी जरूरी नहीं समझ रहा है जो कहीं ना कहीं सीएमओ देशलहरा के राजनीतिक सरक्षण की कहानी बयां कर रहा है। हम अपने पाठकों को जल्द ही सीएमओ देशलहरा जहा जहा पदस्थ थे वहां वहां इनके द्वारा किए गए सभी कारनामो के काले चिट्ठे से अवगत करायेंगे।