छत्तीसगढ़

BJP में बड़ा बदलाव, कौशिक की जगह उसेंडी बने प्रदेश अध्‍यक्ष

सबका संदेश न्यूज छत्तीसगढ़ रायपुर- छत्तीसगढ़ में भाजपा ने बस्तर के आदिवासी चेहरे विक्रम उसेंडी को नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। कांकेर से लोकसभा सांसद विक्रम पहली बार 1993 में विधायक चुने गए थे। वे रमन सरकार में वन मंत्री के पद पर भी थे। धरमलाल कौशिक के नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद से ही नए प्रदेश अध्यक्ष की तलाश शुरू हो गई थी।

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के दौरे के अगले दिन ही भाजपा ने विक्रम उसेंडी को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की घोषणा कर दी। उसेंडी लगातार अंतागढ़ विधानसभा का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में उसेंडी को कांग्रेस के अनूप नाग ने पराजित किया था।

दैनिक जागरण के सहयोगी प्रकाशन नईदुनिया ने सबसे पहले बताया था कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के दौरे के बाद नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा होगी। विधानसभा चुनाव में बस्तर में करारी हार के बाद भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष के रूप में विक्रम का चयन किया है।

लंबे समय बाद भाजपा की कमान बस्तर के आदिवासी नेता को मिली है। पिछले दो चुनाव से बस्तर में भाजपा का परफार्मेंस कमजोर था। वर्ष 2013 में बस्तर की 12 में चार और 2018 में सिर्फ एक सीट पर जीत मिली है। उसेंडी को प्रदेश अध्यक्ष बनाने के बाद बस्तर और कांकेर लोकसभा पर प्रभाव पड़ने की उम्मीद की जा रही है। माना जा रहा है कि भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह के पसंद के रूप में उसेंडी को प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी गई है।

भाजपा सरकार में 2003 में बने थे राज्यमंत्री

छत्तीसगढ़ में वर्ष 2003 में भाजपा की सरकार आने पर विक्रम को शिक्षा विभाग का राज्यमंत्री बनाया गया था। अंतागढ़ के घोटूलबेड़ा निवासी उसेंडी 1993 से 1998 तक पहली बार मध्यप्रदेश विधानसभा विधायक चुने गए। 12वीं पास विक्रम कृषि और सामाजिक कार्य में स्र्चि रखते हैं।

युवा और तेरतर्रार छवि को देखते हुए पार्टी ने 2001 से 2003 तक कांकेर भाजयुमो का अध्यक्ष बनाया। वे 2004 से 2008 तक बस्तर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष रहे। डॉ रमन की दूसरी पारी में विक्रम को वन मंत्री बनाया गया। वे मई 2014 में 16वीं लोकसभा के लिए चुने गए। कांकेर का सांसद चुने जाने के बाद उनकी पत्नी रामप्यारी उसेंडी का नाम अंतागढ़ उपचुनाव में उम्मीदवार के रूप में सामने आया था।

अब तक कौन-कौन प्रदेश अध्यक्ष

छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद पहली बार बस्तर के किसी नेता को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। राज्य गठन के बाद नंदकुमार साय, डॉ रमन सिंह, तारांचद साहू, लखीराम अग्रवाल, शिवप्रताप सिंह, रामसेवक पैकरा, विष्णुदेव साय और धरमलाल कौशिक को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया।

बदल जाएगा प्रदेश भाजपा का चेहरा

विक्रम उसेंडी के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद यह चर्चा तेज हो गई है कि प्रदेश भाजपा का चेहरा बदल जाएगा। धरमलाल कौशिक की कार्यकारिणी में विक्रम उसेंडी प्रदेश उपाध्यक्ष थे। अब एक सप्ताह में नई कार्यकारिणी की घोषणा हो सकती है। इसके साथ ही मोर्चा-प्रकोष्ठ में भी बदलाव की संभावना है।

 

 

 

विज्ञापन समाचार हेतु सपर्क करे-9425569117/9993199117

Related Articles

Back to top button