आज अटारी-वाघा बॉर्डर से वापस भेजे जाएंगे पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारी, भारतीय अधिकारी आएंगे वापस | nation – News in Hindi
भारत ने पाकिस्तान से पिछले मंगलवार को कहा था कि वह यहां अपने उच्चायोग में कर्मचारियों की संख्या अगले सात दिनों के अंदर 50 प्रतिशत घटाये.
143 पाकिस्तानी नागरिकों में पाकिस्तानी उच्चायोग (Pakistan’s High Commision) में कर्मचारी और उनके परिवार भी शामिल हैं. वहीं पाकिस्तान की ओर से भी 38 भारतीय नागरिक वापस आएंगे जिनमें इस्लामाबाद (Islamabad) स्थित भारतीय उच्चायोग (Indian High Commision) में काम करने अधिकारी और कर्मचारी और उनके परिवार के लोग शामिल हैं.
भारत ने पाकिस्तान से पिछले मंगलवार को कहा था कि वह यहां अपने उच्चायोग में कर्मचारियों की संख्या अगले सात दिनों के अंदर 50 प्रतिशत घटाये. साथ ही, विदेश मंत्रालय ने इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग में इसी अनुपात में अपने कर्मचारियों की संख्या में कटौती करने की भी घोषणा की थी. भारत के इस कदम को पाकिस्तान के साथ राजनयिक संबंधों को कमतर करने की दिशा में एक महत्वूपर्ण कदम के तौर पर देखा जा रहा है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान उच्चायोग के उप उच्चायुक्त को तलब किया गया और इस फैसले से अवगत कराया गया. मंत्रालय ने कहा कि इस फैसले की वजह ‘‘जासूसी गतिविधियों’’ में पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारियों की कथित संलिप्तता और उनका आतंकवादी संगठनों से संबंध रखना है.
ये भी पढ़ें- पेट्रोल-डीजल के कीमतों पर सोनिया गांधी का वार,धर्मेंद्र प्रधान ने दिया ये जवाब
भारत ने उठाया था ये मुद्दाविदेश मंत्रालय ने एक बयान में इस्लामाबाद में हाल ही में दो भारतीय अधिकारियों का अपहरण होने और उनके साथ किये गये ‘‘बर्बर बर्ताव’’ का भी जिक्र किया गया. मंत्रालय ने कहा, ‘‘पाकिस्तान और इसके अधिकारियों का बर्ताव वियना संधि तथा राजनयिक अधिकारियों एवं उच्चायोग अधिकारियों के साथ व्यवहार के बारे में द्विपक्षीय समझौतों के अनुरूप नहीं है. इसके उलट, यह सीमा पार (भारत में) हिंसा और आतंकवाद का समर्थन करने वाली एक वृहद नीति का स्वाभाविक हिस्सा है. ’’ मंत्रालय ने कहा कि इसलिए , भारत ने नयी दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग में कर्मचारियों की संख्या 50 प्रतिशत घटाने का फैसला लिया है.
भारत के इसी फैसले को मंगलवार को क्रियान्वित किया जा रहा है जिसमें कि भारतीय अधिकारियों को पाकिस्तान से वापस लाया जाएगा और पाकिस्तानी अधिकारियों को वापस भेजा जाएगा.
निष्कासित किए गए थे पाकिस्तान के दो अधिकारी
विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान उच्चायोग के उप उच्चायुक्त को मंत्रालय में तलब किया गया और यह बताया गया कि भारत ने उसके उच्चायोग के अधिकारियों की गतिविधियों के बारे में बार-बार चिंता प्रकट की है. मंत्रालय ने कहा, ‘‘वे (पाक उच्चायोग के अधिकारी) जासूसी गतिविधियों में संलिप्त थे और वे आतंकी संगठनों से संपर्क रखे हुए थे. इन दोनों अधिकारियों को इन गतिविधियों के साथ रंगे हाथ पकड़ा गया और 31 मार्च को निष्कासित कर दिया गया, जो कि इस बारे में एक उदाहरण है. ’’
भारतीय अधिकारियों का इस्लामाबाद में हुआ था अपहरण
मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान, इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों को उनके वैध राजनयिक कार्यों के करने में निरंतर भयादोहन करने के अभियान में संलिप्त है. मंत्रालय ने कहा, ‘‘दो भारतीय अधिकारियों को बंदकू का भय दिखा कर हाल ही में अपहरण कर लिया जाना और उनके साथ किया गया बर्बर बर्ताव इस बात को प्रदर्शित करता है कि इस दिशा में पाकिस्तान किस हद तक जा चुका है. ’’ विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘22 जून 2020 को भारत लौटे इन अधिकारियों ने बर्बर बर्ताव के बारे में विस्तार से बताया, जो उन्होंने पाकिस्तानी एजेंसियों के हाथों झेला था. ’’
गौरतलब है कि पिछले साल अगस्त में जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करने के भारत के फैसले के बाद पाकिस्तान ने इस्लामाबाद में नियुक्त भारतीय उच्चायुक्त को निष्कासित कर दिया था. (भाषा के इनपुट सहित)
First published: June 29, 2020, 7:43 PM IST