छत्तीसगढ़

पेट्रोल-डीजल के महंगाई की मार पर कांग्रेस ने किया मोदी सरकार पर वार

पेट्रोल-डीजल के महंगाई की मार पर कांग्रेस ने किया मोदी सरकार पर वार
प्रदर्शन के दौरान मोदी का फूंका पूतला
कोरोना काल में बड़े पैकेज में छोटे लोगों को कुछ नहीं मिला-कोसरे

कांकेर। पेट्रोल-डीजल के मूल्यों में लगातार वृद्धि के चलते प्रदेश कांग्रेस के निर्देश पर जिला कांग्रेस कमेटी कांकेर के द्वारा आयोजित धरना कार्यक्रम में कांग्रेस नेताओं ने केन्द्र के मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा । धरना को सम्बोधित करते हुए जिला संगठन प्रभारी पियुष कोसरे ने कहा कि मोदी सरकार के कूनीति के चलते आज डीजर पेट्रोल के मूल्यों में बेहाताशा वृद्धि हुई है जबकि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत पिछले 15 वर्षों में सबसे कम है इसके बावजूद सरकार लगातार पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ाकर आम जनता को इस कोरोना काल में राहत देने की बजाय परेशान करने में लगी है मोदी जी के शासन में कोरोना काल में जनता को आर्थिक चोट पहुंचाया गया है उन्होंने कोरोना काल के 20 लाख करोड़ रूपये के राहत पैकेज को मोदी का जमुला बताते हुए कहा कि बड़े पैकेज में छोटे लोगों को कुछ भी नहीं मिला है । सभा को जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुभद्रा सलाम, जिला पंचायत अध्यक्ष हेमंत धु्रव, उपाध्यक्ष हेमनारायण गजबल्ला, के.डी. मिश्रा, नितिन पोटाई, गिरवर साहू, कमला गुप्ता, विजय ठाकुर, नीरा साहू, बिरेन्द्र सिंह ठाकुर, चमन साहू सहित अन्य नेताओं ने भी सम्बोधित करते हुए केन्द्र के मोदी सरकार के उपर जमकर बरसे तथा कहा कि डीजल पेट्रोल के दामों में जब तक कमी नहीं की जाती कांग्रेस का विरोध जारी रहेगा। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि आज यह यह प्रदर्शन कांग्रेस के लिए नहीं बल्कि देश के सर्वोच्च सभी नागरिकों के लिए है क्योंकि डीजल पेट्रोल एैसा घटक है जो सभी कार्यों के लिए महत्वपूर्ण उपयोगिता रहता है और उसके बढ़े मूल्ये से सभी लोग प्रभावित होते है । धरना के पश्चात जिला कांग्रेस कमेटी के द्वारा महामहिम राष्ट्रपति के नाम जिला प्रशासन की ओर से पहुंचे नायब तहसीलदार नीरज कुमार को ज्ञापन तथा आम का फल भेंट किया ताकि आमजन को हो रही समस्या का केन्द्र सरकार को ध्यान आकर्षण हो सके । ज्ञापन उल्लेख किया गया है कि – लॉकडाउन के पिछले तीन माह के दौरान पेट्रोल व डीजल पर लगने वाले केन्द्रीय उत्पाद शुल्क और कीमतों में बार-बार की गई अनुचित बढ़ोत्तरी ने भारत के नागरिकों को असीम पीड़ा व परेशानियां दी है। जहां एक तरफ देश स्वास्थ्य व आर्थिक महामारी से लड़ रहा है, वही दूसरी ओर मोदी सरकार पेट्रोल व डीजल की कीमतों और उस पर लगने वाले उत्पाद शुल्क को बार-बार बढ़ाकर इस मुश्किल वक्त में मुनाफाखोरी कर रही है। मोदी सरकार द्वारा भारत के नागरिकों से की जा रही जबरन वसूली एकदम स्पष्ट परिलक्षित हो रही है हम इस संबंध में आज दिनांक-29.06.2020 को छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार जिला कांग्रेस कमेटी उत्तर बस्तर कांकेर के द्वारा जिला मुख्यालय कांकेर के पुराने बस स्टैण्ड में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन कर, आपके ध्यान में निम्नलिखित अकाट्य व अखंडनीय तथ्य ला रहे है-
01- मई 2014 में (जब भारत ने सत्ता संभाली थी), पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 9.20 रू. प्रति लीटर एवं डीजल पर 3.46 रू. प्रति लीटर था। पिछले छः सालों में केन्द्र की भाजपा सरकार ने पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में 23.78 रू. प्रति लीटर एवं डीजल पर 28.37 रू. प्रति लीटर की अतिरिक्त बढ़ोत्तरी कर दी है। चौकाने वाली बात है कि पिछले छः सालों मंें भाजपा सरकार द्वारा डीजल के उत्पाद शुल्क में 820 प्रतिशत तथा पेट्रोल के उत्पाद शुल्क में 258 प्रतिशत की वृद्धि की गई ।
2- केवल पेट्रोल व डीजल पर लगने वाले उत्पाद शुल्क में बार-बार वृद्धि करके मोदी सरकार ने पिछले छः वर्षों में 18,00,000 करोड़ रू. कमा लिए ।
3- तीन माह पहले लॉकडाउन लगाए जाने के बाद पेट्रोल व डीजल पर उत्पाद शुल्क को बार-बार बढ़ाकर तो मुनाफाखोरी और जबरन वसूली की सभी हदें पार कर दी गई ।
05 मार्च 2020 को पेट्रोल व डीजल के मूल्य में 3रू. प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी की गई 05 मई, 2020 को मोदी सरकार ने डीजल पर लगने वाले उत्पाद शुल्क में 13रू. प्रति लीटर और पेट्रोल पर लगने वाले उत्पाद शुल्क में 10रू. प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी की, 07 जून, 2020 से लेकर 24 जून 2020 तक मोदी सरकार ने 18 दिनों तक पेट्रोल व डीजल के मूल्य लगातार बढ़ाए, जिससे डीजल का मूल्य 10.48रू. प्रति लीटर एवं पेट्रोल का मूल्य 8.50रू. प्रति लीटर बढ़ गया।
पिछले साढ़े तीन महीनों में भाजपा सरकार ने डीजल पर मूल्य और उत्पाद शुल्क 26.48रू. प्रति लीटर व पेट्रोल पर 21.50रू. प्रति लीटर बड़ा दिया। एक सरकार द्वारा देश के नागरिकों का इससे ज्यादा शोषण और क्या हो सकता है?
04- देश के नागरिकों से छल करने और उनकी गाड़ी कमाई को जबरन वसूली का अंदाजा इस बात से लग सकता है कि पिछले कुछ महीनों में कच्चे तेल के भाव कम हुए हैं। 24 जून 2020 को कच्चे तेल का अंतर्राष्ट्रीय भाव 43.41 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल था, जो डालर-रूपए भाव के अनुसार 3288.71 रूपए प्रति बैरल बनता है । एक बैरल में 159 लीटर होते है। इसलिए 24 जून 2020 को कच्चे तेल का प्रति लीटर भाव 20.68रू. बनता है। इससे विपरीत पेट्रोल-डीजल के मूल्य आसमान छुकर 80रू. प्रति लीटर पहुंच गए है, जिससे साबित हुआ है कि मोदी सरकार भारत के भोले भाले नागरिकों की जेब पर डाला डालकर उन्हें खसोट रही है ।

 


इस बात पर भी ध्यान दें कि जब कांग्रेस की यूपीए सरकार केन्द्र मेें सत्ताधीन थी, तो कच्चे तेल का दाम 108 अमेरिकी डॉॅलर प्रति बैरल था, जो 24 जून 2020 को गिरकर 43.41 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल हो गया, यानि इसके मूल्य में लगभग 60

 

प्रतिशत की गिरावट हुई। इसके बावजूद भाजपा सरकार ने पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान पर पहुंचा दिए है। धरना पश्चात पेट्रोल-डीजल के मूल्यों के वृद्धि को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मोदी का पुतला जलाया और जमकर नारेबाजी की । इस दौरान प्रमुख रूप से दिलीप खटवानी, हरनेक सिंह औजला, हेमलता जैन, जितेन्द्र सिंह ठाकुर, नरेश ठाकुर, मनोज जैन, सुनील गोस्वामी, इशहाक अहमद खान, तरेन्द्र भण्डारी, सुनील पाढ़ी, मकबूल खान, पुरूषोत्तम पाटिल, मतीन खान, नरोत्तम पटोडी, पंकज वाधवानी, सुनाराम तेता, विजय यादव, लक्ष्मणपुरी, पुष्पा सलाम, गफ्फार मेमन, गोमती सलाम, शिवांकित श्रीवास्तव, प्रकाश ठाकुर, गीता भास्कर, पुरूषोत्तम गजेन्द्र, सुमती नेताम, रोशन आरा, याशमीन खान, चन्द्रप्रभा, शिवभान सिंह, राघवेन्द्र सिंग, प्रीतम यादव, गणेश सोनी, तरूण राय, मोहम्मद शब्बीर मेमन, लतीफ मेमन, योगेश राजपूत, नवाज अली, धर्मेन्द्र मेहता, सुनिता सोनी, आरूषी मिश्रा सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजन शामिल हुए ।

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