पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के मीडिया सलाहकार संजय बारू के साथ हुई ठगी, शराब की Online डिलीवरी के नाम पर लगाया चूना – Fraud with former PM Manmohan Singh media advisor Sanjay Baru name of online liquor delivery lockdown nodrss | delhi-ncr – News in Hindi
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के मीडिया सलाहकार रहे संजय बारू भी ऑनलाइन ठगी के शिकार हो गए.
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह (Manmohan singh) के मीडिया सलाहकार रहे संजय बारू (Sanjay Baru) भी ऑनलाइन ठगी (Online Fraud) के शिकार हो गए. लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान संजय बारू के साथ शराब की ऑनलाइन डिलीवरी के नाम पर ठगी हुई है.
लॉकडाउन के दौरान घटना घटी
दिल्ली के हौज खास इलाके में रह रहे संजय बारु 2 जून को शराब की ऑनलाइन डिलेवरी के लिए इंटरनेट पर ऑनलाइन शराब की दुकान सर्च कर रहे थे. बारू शराब की होम डिलेवरी करवाने के लिए कई वेबसाइट्स को सर्च किया. तभी google पर सर्च करने के दौरान संजय को फेसबुक पर एक पेज मिला जिसका नाम था La Cave Wine and Sprit. संजय ने पेज पर लिखे नंबर पर कॉल किया और ऑनलाइन शराब का ऑर्डर दिया.
पुलिस की तफ्तीश में पता चला कि सायबर क्रिमिनल ने फर्जी नाम पते पर बैंक अकाउंट खुलवा रखा था.
शराब की होम डिलेवरी के लिए ऑनलाइन पेमेंट के तौर पर बारू ने 24 हजार रुपये भी फेसबुक पोस्ट पर दिए गए नंबर के बताए बैंक एकाउंट में ट्रांसफर कर दिया. पैसे ट्रांसफर होते ही जालसाजों ने अपना मोबाइल नंबर बंद कर दिया. संजय बारू को आभास हो गया कि उनके साथ ऑनलाइन जालसाजी हुआ है और वह इसके शिकार बन गए हैं.
आरोपी की ऐसे हुई गिरफ्तारी
संजय बारू ने तुरंत ही दिल्ली के हौजखास थाने में इसकी शिकायत की. पुलिस की तफ्तीश में पता चला कि सायबर क्रिमिनल ने फर्जी नाम पते पर बैंक अकाउंट खुलवा रखा था. दिल्ली पुलिस ने टेक्निकल टीम के जरिये जांच पड़ताल शुरू की और ओला कैब ड्राइवर आकिब जावेद को गिरफ्तार किया गया. डीसीपी साउथ अतुल ठाकुर के मुताबिक ठगी के बाद पुलिस इन तक न पहुंच पाए इसके लिए यह आरोपी दूसरे राज्यों के SIM कार्ड और बैंक अकाउंट का इस्तेमाल करते थे. जैसे असम, महारास्ट्र , पंजाब और राजस्थान के सिम और बैंक अकाउंट का इस्तेमाल ज्यादा किया गया थ.
ये भी पढ़ें: Delhi: लॉकडाउन के दौरान स्कूल का मालिक बना ब्लैकमेलर, एक शख्स की खुदकुशी के बाद हुआ खुलासा
आकिब जावेद भरतपुर राजस्थान का रहने वाला है. तफ्तीश में सामने आया की जालसाजी करने के बाद 5 से 10 मिनट में ये 3 से 4 बैंक अकाउंट या मनी वॉलेट में पैसा दूसरे राज्यों मे ट्रांसफर करते थे, फिर कई रूट्स के जरिये वापस इनके एकाउंट में पैसा आ जाता था. फिलहाल पुलिस आकिब के बाकी आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है.
बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर फिल्म बनी थी. यह फिल्म संजय बारू की किताब पर आधारित थी.
First published: June 28, 2020, 10:02 PM IST