दिल्ली में Corona का गहराता संकट, क्रेडिट लेने को लेकर नेताओं में रस्साकसी तेज – credit politics starts in delhi on Coronavirus covid19 hospitals arrangement but what is the ground reality nodrss | delhi-ncr – News in Hindi


कोरोना को लेकर दिल्ली की सभी राजनीतिक दलों ने एक दूसरे पर निशाना साधना शुरू कर दिया है.
दिल्ली में कोरोना मरीजों (Corona Patients ) की संख्या में लगातार तेजी आ रही है. वहीं दूसरी तरफ नेताओं की बयानबाजी से साफ झलकता है कि इस महामारी में भी नेता राजनीतिक रोटी सेंकने से बाज नहीं आ रहे हैं. सत्ता पक्ष हो या विपक्ष सभा पार्टियां कोरोना पर अब सियासत शुरू कर दी है.
कोरोना को लेकर दिल्ली में सियासत गर्म
पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार तेजी आ रही है. वहीं दूसरी तरफ नेताओं की बयानबाजी से साफ झलकता है कि इस महामारी में भी नेता राजनीतिक रोटी सेंकने से बाज नहीं आ रहे हैं. सत्ता पक्ष हो या विपक्ष सभा पार्टियां कोरोना पर सियासत कर रहे हैं. कोरोना को लेकर अभी भी जमीनी स्तर पर कुछ खास अंतर नहीं दिख रहा है. दिल्ली के अस्पतालों के हालात अभी भी कुछ खास नहीं बदले हैं. वहीं नए कोविड अस्पतालों को लेकर भी राजनीति और श्रेय लेने की होड़ मची है. शुक्रवार से दिल्ली के छतरपुर में 10000 बेड का नया कोविड-केयर सेंटर शुरू हो गया. एशिया में सबसे बड़े कोविड सेंटर के रूप में विकसित किए गए अस्पताल के संचालन का जिम्मा इंडो-तिब्बत सीमा पुलिस यानी आईटीबीपी (ITBP) को दिया गया है.

पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार तेजी आ रही है.
इन सब के बीच शुक्रवार को अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि हम दिल्ली में मौतों की संख्या पर लगाम कसने के लिए होम आइसोलेशन में इलाज करा रहे मरीजों को ऑक्सी पल्स मीटर दिए हैं. साथ ही एलएनजेपी और राजीव गांधी अस्पताल में 200 और मरीजों पर प्लाज्मा थेरेपी का परीक्षण कर रहे हैं. हमें इन दो कदमों से दिल्ली में मौतों की संख्या कम होने की पूरी उम्मीद है.
कौन कर रहा है सियसत
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोरोना के केस बढ़े हैं, लेकिन अभी स्थिति नियंत्रण में है. दिल्ली में अब तीन गुना अधिक जांच की जा रही है, जिससे केस अधिक दिख रहे हैं. पहले प्रतिदिन 5-6 हजार जांच होने पर दो से ढाई हजार पॉजिटिव केस आते थे और अब 18 हजार जांच होने पर 3 से 3.5 हजार केस आ रहे हैं. प्रतिदिन 3 से 3.5 हजार केस आने के बावजूद पिछले एक सप्ताह से 6 हजार के आसपास बेड की जरूरत बनी हुई है. जितने मरीज ठीक हो रहे हैं, लगभग उतने ही अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं.’

दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले काफी तेजी से बढ़े हैं. (सांकेतिक तस्वीर)
दिल्ली बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश कुमार गुप्ता कहते हैं, ‘कोरोना संक्रमण के मामले में दिल्ली अब मुंबई से भी आगे निकल गई है. दिल्ली की केजरीवाल सरकार समय रहते उचित कदम नहीं उठाई, जिसका नतीजा अब सामने आ रहा है. दिल्ली के अस्पतालों में अव्यवस्था फैली हुई थी. मरीजों का इलाज नहीं हो रहा था. इसे देखते ही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को आगे आने पड़ा. इसका नतीजा सामने आ रहा है. पिछले सात दिनों में 1.33 लाख लोगों की जांच की गई है. केंद्र सरकार मुफ्त एंटीजन की सुविधा उपलब्ध कराई है. राधा स्वामी सत्संग केंद्र में दस हजार बिस्तर वाला कोविड केयर सेंटर अस्पताल शुक्रवार से शुरू हो गया है. तीनों नगर निगमों ने भी दिल्ली सरकार को 24 हजार बिस्तर उपलब्ध कराने का प्रस्ताव दिया है. अरविंद केजरीवाल की सरकार सिर्फ श्रेय लेने में लगी हुई है.
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वहीं दिल्ली कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी कहते हैं, ‘पिछले कई सप्ताह से हमलोग मांग कर रहे हैं कि कोरोना फैलने के स्रोतों का पता लगाने के लिए मरीजों के टेस्टिंग और कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग का पता लगाना आवश्यक है. डा0 वी.के. पॉल कमेटी ने भी कोविड-19 पर नियंत्रण के लिए उन्हीं तथ्यों को जरुरी माना है, जिन पर कांग्रेस पार्टी लगातार जोर दे रही है. पॉल कमेटी ने कांटेन्मेन्ट जोन रणनीति पर सरकार से कहा है कि वह कांटेन्मेन्ट जोन का सीमांकन करके उन सभी कांटेन्मेन्ट जोन की गतिविधियों पर सख्ती से नियंत्रण करके वहां देखरेख करे. भाजपा की सरकार और दिल्ली में केजरीवाल सरकार कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए विरोधाभास स्थिति में काम कर रही है.’
First published: June 26, 2020, 9:01 PM IST