कोंडागाँव: वैश्विक महामारी कोविड19 संक्रमणकाल में साथी संस्था ने निभाया संभाग के 3000 परिवारों का साथ

June 24, 2020/सबका संदेश
कोंडागाँव। वैश्विक महामारी कोविड19 से सम्पूर्ण विश्व प्रभावित है। भारत के छत्तीसगढ़ राज्य का आदिवासी बाहुल्य बस्तर संभाग भी इससे अछूता नहीं है। समाज का हर वर्ग इस संकटकाल में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। ऐसे आपदाकाल में विगत 32 वर्षों से बस्तर संभाग में शिल्पकारों सहित आदिवासियों के आर्थिक, सामाजिक विकास हेतु कार्य करने वाली साथी समाज सेवी संस्था कुम्हारपारा कोण्डागांव भी अपने दायित्वों के निर्वहन हेतु न केवल सामने आई, बल्कि बेहद संवेदनषील तरीके से अपने सामाजिक दायित्व को निभाते हुए नारायणपुर, बस्तर एवं कोण्डागांव जिलों के अत्यंत गरीब, बुजुर्ग, शिल्पकारों, विधवाओं एवं परित्यक्ताओं के साथ-साथ दिव्यांग आदि, लगभग 3000 परिवारों तक खाद्यान्न एवं स्वच्छता किट पहुंचाने का कार्य सफलतापूर्वक किया है।
लाॅकडाउन के दौरान साथी संस्था के अध्यक्ष भूपेश तिवारी को अपने फील्ड कार्यकर्ताओं से जानकारी मिलने पर कि नारायणपुर जिले के अंदरूनी गांवों में रहने वाले लोगों का वाहन नहीं चलने से जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है तथा गांव की दुकानों में दैनिक उपभोग की वस्तुओं की भारी कमी है, गंभीर परिस्थितियों को समझते हुए संस्था ने तत्काल दानदाताओं से जरूरतमंदों तक खाद्यान्न पहुंचाने हेतु आर्थिक सहयोग मांगा और अजीम प्रेमजी फाउंडेशन से आवश्यक राशि प्राप्त होते ही, अति गरीब, विधवा, परित्यकता, बुजुर्ग, असहाय लगभग 1100 जरूरतमंद परिवारों के घरों तक राशन एवं स्वच्छता किट को पहुंचाया गया। साथी संस्था के विद्यालय के शिक्षकों तथा पदाधिकारियों के पारिवारिक सदस्यों, कार्यकर्ताओं तथा कर्मचारियों ने अलग-अलग दलों में बंटकर सामग्री खरीदी, पैकिंग, फील्ड डिलीवरी एवं वितरण के कार्यों को बेहतरीन तरीके से पूर्ण किया। शासकीय अमले तथा पंचायत प्रतिनिधियों ने भी बढ़ चढ़कर अपना सहयोग दिया।
कोण्डागांव, नारायणपुर तथा बस्तर जिले के शिल्पकार परिवारों के लाॅकडाउन में अत्यंत दयनीय हालत होने की जानकारी समाचार पत्रों से प्राप्त हाने पर, संस्था के भूपेश तिवारी ने संज्ञान में लिया और राहत की दूसरी कड़ी प्रारंभ की। तिवारी जी ने बताया कि पूर्व से ही शिल्पियों की संपूर्ण जानकारी होने से उन तक राहत सामग्री पहुंचाने को अत्यंत आवश्यक मानते हुए 1660 परिवारों को सहायता पहुंचाने की चुनौती एवं संसाधनों की व्यवस्था जैसे कठिन कार्य के समाधान हेतु पुनः दानदाताओं से सम्पर्क करने पर अजीम प्रेमजी फाउण्डेशन, अकाई फाउण्डेशन, द इंडिया डिजाइन फंड एवं सुश्री शेफाली खन्ना आदि के माध्यम से सहयोग प्राप्त हुआ और सभी कार्यकर्ताओं के सहयोग एवं समन्वय से जरूरतमंद शिल्पी परिवारों तक राहत सामग्री सामग्री पहुंचाई गई। सचिव हरीलाल भारद्वाज ने बताया कि आपदा की इस घडी में संस्था के नियमों का पालन करते हुए सामग्री खरीदी की प्रक्रिया को पूर्ण करने जैसे महत्वपूर्ण कार्य को संस्था के सभी कार्यालयीन कार्यकर्ताओं ने पूर्ण किए तथा समुदाय की आवश्यकता अनुरूप राहत सामग्री उपलब्ध करायी गई।
साथी संस्था ने इस आपदा की घड़ी में तीनों जिलों के 299 गांवों के वंचित समुदाय के लगभग 3000 परिवारों तक 78 टन खाद्य एवं स्वच्छता सामग्री पहुंचाने का कार्य किया। वहीं संस्था ने अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन करते हुए मुख्यमंत्री राहत कोष में रू 1.21 लाख की सहायता राशि तथा नारायणपुर व कोण्डागांव जिला प्रशासन को राशन, सब्जी, साबुन, सैनिटाईजर, मास्क, सैनिटरी पैड आदि उपलब्ध कराया। वर्तमान में संस्था द्वारा कोरोना संक्रमण से बचाव के अलावा 12 जून से 6 जुलाई तक डायरिया, मलेरिया, स्वच्छता हेतु समुदाय को जागरूक करने के लिए कैम्पेन का आयोजन करने के साथ ही प्रवासी मजदूरों के पुनर्वास एवं आजीविका की दिषा में कार्य करने की योजना बना रही है। उक्त राहत अभियान में कृष्णा कुंभकार, नरेन्द्र चक्रधारी, प्रभा कुंभकार, प्रमोद पोटाई, अजय बैध, सरोज तिवारी, शषि भारद्वाज, गुरूकुल के शिक्षक, चाइल्ड लाइन की टीम एवं अन्य फील्ड कार्यकर्ताओं ने साथी संस्था को अपना अमूल्य योगदान दिया।