बनने वाले प्रगति मार्केट में बेहतर खाद्य उत्पाद की उपलब्धता के लिए महिलाएं कर रही है तैयारी
BHILAI:-महिलाओं के लिए विशेष तौर पर बनाए जा रहे पावर हाउस के समीप प्रगति मार्केट में शहरवासियों को बेहतर खाद्य के प्रोडक्ट उपलब्ध कराने के लिए आज निगम सभागार में महिलाओं के द्वारा की जा रही तैयारियों को लेकर बैठक हुई! महापौर एवं भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव एवं निगमायुक्त ऋतुराज रघुवंशी के निर्देश पर गुरूवार को निगम सभागार में उपायुक्त तरुण पाल लहरें ने सिटी लेवल फेडरेशन की महिलाओं की बैठक ली! 10 से अधिक महिला स्व सहायता समूह को मिलाकर एक एरिया लेवल फेडरेशन का निर्माण होता है और इसी प्रकार से सिटी लेवल फेडरेशन बनाया जाता है! वर्तमान में चार सिटी लेवल फेडरेशन निगम क्षेत्र में है! इन महिलाओं के द्वारा बाकी महिलाओं को मोटिवेशन करने का कार्य किया जाता है, खाद्य के अच्छे उत्पाद तैयार करने के लिए इन्हें बैठक में निर्देशित किया गया साथ ही यह कहा गया कि खाद्य एवं औषधि विभाग से जल्द से जल्द पंजीयन करा लेवे ताकि गुणवत्ता पूर्वक खाद्य उत्पाद शहरवासी को मिल सके!
उल्लेखनीय है कि भिलाई निगम द्वारा महिला समूहों को आर्थिक रूप से मजबूत करने के उददेश्य से बनने वाले प्रगति नगर मार्केट का महापौर देवेन्द्र यादव द्वारा कुछ दिन पूर्व भूमिपूजन किया जा चुका है। महिलाओं के लिए बनाए जाने वाले मार्केट में हरियाली के साथ ही भवन का भीतरी हिस्सा पूर्णत: वातानुकुलित रहेगा इसे बड़े शॉपिंग मॉल के तर्ज पर बनाया जा रहा है, महिला समूहों की बैठक व्यवस्था के साथ ही कैन्टीन की सुविधा स्थल पर उपलब्ध होगी जिसका संचालन महिलाएं करेंगी। अधोसंरचना मद, डीएमएफ एवं महापौर निधि की राशि करीब एक करोड़ 48 लाख की लागत से बनने वाला प्रगति मार्केट पूरी तरह से महिलाओं के लिए होगा जहां महिला समूह अपने उत्पादों का विक्रय करेंगी।
महापौर श्री देवेन्द्र यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल प्रगति मार्केट मे पंजीकृत महिला समूहों द्वारा निर्मित किए जाने वाले विभिन्न उत्पाद जैसे साबुन, निरमा, कपड़े के थैले, सजावटी सामान, हस्तशिल्प, चिप्स, पापड़, फिनाइल, चटाई, कपड़े इत्यादि को विक्रय करने का एक बेहतर प्लेटफार्म मिलेगा। स्थल में डोम शेड का भी निर्माण किया जाएगा, जहां महिलाओं को सामान निर्मित करने स्टॉल प्रदान किया जाएगा। किसी भी स्टॉल में महिला समूह का एकाधिकार नहीं रहेगा न्यूनतम शुल्क के साथ तय सीमा के लिए इसे प्रदान किया जाएगा ताकि सभी महिला समूह को यहां पर व्यवसाय करने का मौका मिल सके, इसे रोटेशन के आधार पर किया जाएगा। निगम द्वारा संचालित सीएलएफ, एलएलएफ और एसएसजी की महिलाएं अपने उत्पादों का विक्रय कर सकेंगी।