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केरल सरकार के नए फैसले से क्यों घबरा गए हैं विदेशों में रह रहे राज्य के नागरिक_panic grips kerala expats as pinarayi govt insists on covid-19 negative certificate for returnees knowat | nation – News in Hindi

केरल सरकार के नए फैसले से विदेशों में रह रहे राज्य के नागरिकों में घबराहट

केरल सरकार ने फैसला किया है कि बिना कोरोना निगेटिव हुए नागरिक राज्य में वापस नहीं लौट पाएंगे

केरल (Kerala) की विधानसभा ने 11 मार्च को केंद्र के उस उस सर्कुलर के खिलाफ रिजोल्यूशन पास किया था जिसमें कहा गया था कि इटली जैसे कोरोना प्रभावित देशों से भारतीय तब तक नहीं लौट पाएंगे जब तक वो कोरोना निगेटिव का सर्टिफिकेट (Covid19 Negative Certificate ) नहीं दिखाएंगे.

तिरुवनंतपुरम. केरल सरकार (Kerala Government) ने विदेशों से लौटने के इच्छुक राज्य के सभी निवासियों के लिए फ्लाइट से पहले कोरोना टेस्टिंग अनिवार्य (Mandatory Covid-19 Testing ) कर दी है. मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने मीडिया से कहा-हम वंदे भारत मिशन की शुरुआत से कहते रहे हैं कि वापस लौटने वालों को फ्लाइट लेने से पहले ही कोरोना टेस्टिंग करानी होगी. इसके लिए हमने केंद्र सरकार से रिक्वेस्ट की थी.’ ये नियम सभी के लिए लागू होगा चाहे वो वंदे भारत मिशन के तहत राज्य में वापस लौटें या फिर किसी अन्य संस्था द्वारा आयोजित फ्लाइट के जरिए.

खतरनाक हो सकती है यात्रा
सीएम विजयन का कहना है कि कुछ संक्रमित यात्रियों के साथ यात्रा करना सभी पैसेंजर के लिए खतरनाक हो सकता है. अगर पीसीआर टेस्ट नहीं किया जा सकता तो एंटीबॉडी टेस्ट किया जाना चाहिए. ये टस्टिंग सस्ती भी है औऱ जल्दी नतीजे आ जाते हैं. इससे यात्रियों को भी सहूलियत होगी. भारत सरकार को दूतावासों के जरिए इस टेस्टिंग की कोशिश करनी चाहिए. उन्होने कहा एयरलाइंस कंपनियां भी स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर ऐसे टेस्ट करवा सकती हैं.

केंद्र के सर्कुलर के खिलाफ रिजोल्यूशनगौरतलब है कि केरल की विधानसभा ने 11 मार्च को केंद्र के उस उस सर्कुलर के खिलाफ रिजोल्यूशन पास किया था जिसमें कहा गया था कि इटली जैसे कोरोना प्रभावित देशों से भारतीय तब तक नहीं लौट पाएंगे जब तक वो कोरोना निगेटिव का सर्टिफिकेट नहीं दिखाएंगे. सीएम वियजन ने रिजोल्यूशन पास करते हुए केंद्र सरकार के इस सर्कुलर को अमानवीय बताया था. साथ ही उन्होंने कहा था कि ये विदेशों में फंसे भारतीयों को अकेला छोड़ देने जैसा है.

वापस आने पर किया जाए आइसोलेट
रिजोल्यूशन के पहले 10 मार्च को सीएम विजयन ने पीएम मोदी को एक खत लिखा था. उन्होंने ये सर्कुलर वापस लेने की मांग की थी. सीएम विजयन ने कहा था कि इटली और दक्षिण कोरिया जैसे देशों पर कोरोना का पहले से ही बहुत दबाव है ऐसे में भारतीयों को वापस आने देना चाहिए. अगर वो एयरपोर्ट पर पॉजिटिव निकलते हैं तो उनके इलाज के लिए आइसोलेट कर दिया जाएगा.

अब क्या कह रहे हैं सीएम विजयन
अब सीएम विजयन का कहना है कि उनके खिलाफ भ्रामक खबरों का अभियान चलाया जा रहा है. ये वक्त राजनीति का नहीं है. हम सभी लोगों का स्वागत करते हैं. हमारे विचार में कोई बदलाव नहीं आया है. लेकिन हम ये भी चाहते हैं कि कोरोना को लेकर पूरी तरह सतर्क रहें. अगर पर्याप्त उपाय नहीं करेंगे तो स्थिति आउट ऑफ कंट्रोल हो सकती है. विजयन ने ये भी कहा है कि केंद्र सरकार कोरोना से संक्रमित लोगों के लिए अलग से फ्लाइट का प्रबंध करवा सकती है.

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First published: June 18, 2020, 2:39 PM IST



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