भिलाई पावर हाउस क्षेत्र में घूमने वाला विक्षिप्त निकला एमटेक व पीएचडी शोधकतार्: छावनी पुलिस की सजगता से लौटा अपने घर

BHILAI:-छावनी पुलिस ने आज एक मानवीय पहल करते हुए पावर हाउस क्षेत्र में घूम रहे विक्षिप्त को उसके गृहग्राम वापस भेजा। खास बात यह है कि जिस विक्षिप्त व्यक्ति को छावनी पुलिस ने उनके परिजनों को सौंपा है वह एम टेक किया हुआ है। यही वहीं विक्षिप्त युवक किसी विषय पर पीएचडी भी कर रहा है। विक्षिप्त व्यक्ति के संबंध में पूरी जानकारी होने के बाद पुलिस भी सकते में है। बहरहाल विक्षिप्त युवक को पुलिस ने उसके भाई के सुपुर्द कर दिया है। उसका भाई भी उसे लेकर अपने गृहग्राम रायगढ़ा ओडिशा के लिए रवाना हो गया है।
विक्षिप्त युवक को लेकर अब तक मिली जानकारी के मुताबिक लॉकडाउन के कुछ दिन पहले भिलाई पावर हाउस क्षेत्र में विक्षिप्त व्यक्ति को घूमते देखा गया। विक्षिप्त युवक बड़बड़ाता रहता था और इधर उधर घूमता रहता था। इस पर छावनी पेट्रोलिंग टीम की नजर पड़ी। पूछताछ करने पर यह कुछ भी नहीं बताता था। फिर पुलिस ने इसके भोजन सहित आश्रय की व्यवस्था की और धीरे धीरे इसे विश्वास में लेकर पूछताछ शुरू की। पुलिस ने गौर किया कि विक्षिप्त व्यक्ति हिंदी, उडिया व अंग्रेजी में बात करता था। छावनी पुलिस ने विश्वास में लेकर उक्त विक्षिप्त व्यक्ति दोस्ताना व्यवहार कर नाम पता पूछा। कुछ दिनों की मेहनत के बाद विक्षिप्त व्यक्ति ने पुलिस के सामने अपना नाम दिलीप चौधरी बताया। उसने अपना मूल पता रायगढ़ा ओडिशा का बताया। यही नहीं विक्षिप्त ने अपनी पत्नी का मोबाइल नंबर भी बताया।
परिवार से किया संपर्क तो हुआ खुलासा
छावनी पुलिस ने मोबाइल नंबर पर संपर्क कर दिलीप चौधरी का हुलिया मिलाया। दिलीप चौधरी की पत्नी के बताए अनुसार पुलिस ने विक्षिप्त की पहचान की। लॉकडाउन खुलने के बाद उसके भाई कमलकांत चौधरी को भिलाई बुलाया गया। कमलकांत चौधरी के रहने की व्यवस्था की गई। दिलीप चौधरी को लेकर उसके भाई कमलकांत चौधरी ने जो बताया वह हैरान करने वाला था। कमलकांत ने बताया कि उसका भाई कंप्यूटर साइंस में एमटेक किया है। यही नहीं आईआईटी दिल्ली में पीएचडी भी कर रहा है। साथ ही भुवनेश्वर की एक टेक्सटाइल कंपनी में अच्छे पद पर नौकरी भी कर रहा है। इसके परिवार में पत्नी व एक बच्चा है। पूरी जानकारी लेने के बाद आज छावनी पुलिस ने सीएसपी विश्वास चंद्राकर व छावनी थाना प्रभारी विनय सिंह के निर्देश पर दिलीप चौधरी को उसके भाई के सुपुर्द किया गया।