नगर पालिका परिशद की बैठक दिनांक 17 जून 2020 को आयोजित किया गया
नगर पालिका परिशद की बैठक दिनांक 17 जून 2020 को आयोजित किया गया । इस बैठक में विकास शुल्क निर्धारण किये जाने बाबत विचार किया गया । यह विकास षुल्क आज तक नहीं बढ़ाया गया था किन्तु कांग्रेस के नेतृत्व वाले नगर पालिका के सरकार ने बैठक में विकास षुल्क को बढ़ाकर बहुमत का दबदबा दिखाया । पार्शद श्री उमंग पाण्डेय और अन्य भाजपा पार्शदों ने इसका विरोध किया जिसे अनसूना कर बहुमत ने कवर्धा की जनता के हित को भूलाकर अपना जनविरोधी मत थोप दिया इसका हम भाजपा के पार्शदों ने विरोध किया ।
नगरपालिका परिशद में कार्यरत विभिन्न कर्मचारियों को प्लेसमेंट के आधार पर कार्य में लिये जाने के संबंध में नगर पालिका के जल प्रदाय, विद्युत एवं लोक निर्माण विभाग, सामान्य प्रषासन एवं अन्य षाखा के कर्मचारियों हेतु श्रमिक आपूर्ति हेतु पी आई सी के बैठक में दिनांक 03 जून 2020 को ही अनुषंसा की गयी थी इस अनुषंसाा के आधार पर दो पृथक ठेकेदारों मेसर्स आर्यन्स एसोसिएट्स एवं मेसर्स अथर्व एसोसिएट्स को क्रमषः 73 एवं 56 श्रमिक की आपूर्ति 12838 रूपये एवं 12728 रूपये प्रति श्रमिक के दर से आपूर्ति किये जाने का संकल्प नगर पालिका परिशद के बैठक मे रखा गया । इस प्रस्ताव का विरोध उमंग पाण्डेय प्रमोद षर्मा सहित समस्त भाजपा के पार्शदों ने किया । प्रमोद षर्मा ने बैठक में विस्तार पूर्वक इस प्रस्ताव को स्वीकार करने से नगर पालिका को प्रतिमाह लगभग 5 लाख से 6 लाख रूपये की होने वाली क्षति से अवगत कराया । इस प्रस्ताव को कुषल श्रमिक, अर्द्धकुषल श्रमिक और अकुषल श्रमिकों के लिये ठेकेदारों के द्वारा कोट किये गये दर का सामान्य औसत निकाल कर टेन्डर स्वीकृत किया गया है, जो कि सर्वथा अनुचित है । प्रमोद षर्मा रिकेंष वैश्णव मनिशा साहु एवं पवन जायसवाल ने सामान्य औसत के स्थान पर भारित औसत निकाल कर दर निकालने हेतु कहा क्योंकि अकुषल श्रमिकों की संख्या लगभग 114 और कुषल श्रमिक 9 एवं अर्द्धकुषल श्रमिक 1 हैं इसलिये यदि इनका सामान्य औसत निकालकर ठेकेदार के टेण्डर को स्वीकार किया जाता है तो अकुषल श्रमिकों के लिये ठेकेदार को उसके द्वारा कोट किये गये दर से अधिक भुगतान किया जाता है । बहुमत होने के कारण सार्वजनिक धन को लुटने का सबसे बेहतरीन उदाहरण नगरपालिका में देखने को मिला । इसका सभी भाजपा पार्शद विरोध किये । सार्वजनिक भूमि को अपने में बांटने का दौर चल पडा है, कांग्रेस के कार्यकर्ता खाली भूमि को देख अपनी नियत गिरा बैठे हैं कवर्धा की जनताा अपनी पूण्य भूमि को इनके दौलत में बदलते देखेगी इसका एक झलक आज परिशद के बैठक में देखने को मिली जहां कलेक्टोरेट के समीप की बहुत बड़ी भूमि को कांग्रेस के कार्यकर्ता को दिये जाने पर भाजपा के मनहरण कौषिक एवं रिकेंष वैश्णव अन्य पार्शदों ने विरोध किया किन्तु यदि लुटने का ही मन हो तो इस संख्या बल को कौन रोक सकता था । कवर्धा की जनता को अपने हितों के संरक्षण और भूमि के संरक्षण के लिये जागना होगाा अन्यथा ये कांग्रेस के नगर पालिका के सदस्य जो भी हो जैसा भी हो बहुमत के बल पर लुट लो की नीति अपनाये हुये हैं । वृक्षारोपण एवं अन्य जनहित के विशय में भाजपा पार्शदों ने सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निर्वहन किया और परिशद के प्रस्ताव का सर्मथन किया ।
जारीकर्ता
समस्त भाजपा पार्शदगण