सुपोषण आहार मिलते ही खुशी से झूम उठते हैं अंदरूनी इलाके के बच्चें
15 जून, 2020/सबका संदेश
कोण्डागांव। सरकार द्वारा गर्भवती महिलाओं, शिशुवती माताओं सहित मासूमों हेतु संचालित आंगन बाडी केंद्रों एवं उन सभी के सुपोषण हेतु दिए जा रहे सुपोषण आहार का अहमित उस वक्त पता चलता है, जब उक्त योजनाओं के सही हितग्राहियों तक योजना का लाभ पहुंचता है और योजना का लाभ पाने वाले के चेहरे पर खुषी झलकने लगती है। ऐसा ही कुछ नजारा उस वक्त नजर आया जब आंगन बाडी केंद्र चिकपाल की आंबा. कार्यकर्ता रजबती बघेल द्वारा दिए गए सुपोषण आहार के पेकेट को पाकर एक मासूम खुशी से झुमते हुए अपने पालक के पीछे-पीछे अपनी घर की ओर जाता नजर आया।
ज्ञात हो कि छ.ग.सरकार द्वारा वर्तमान में मुख्यमंत्री सुपोषण योजना चलाया जाकर, नगर सहित गांव-गांव में संचालित किए जा रहे आंगन बाडी केंद्रों के माध्यम से गर्भवती महिलाओं, षिषुवती माताओं सहित मासूमों को सुपोषित करने हेतु रेडी टू ईट पोषण आहार उपलब्ध कराई जा रही है, ताकि रेडी टू ईट पोषण आहार का उपयोग कर नगर सहित गांवों में निवासरत और गरीबी आदि सहित अन्य कारणों से कुपोषण का षिकार हो चुके या कुपोषण का षिकार होने की संभावनाओं के मद्देनजर गर्भवती महिलाओं, षिषुवती माताओं सहित मासूमों को कुपोषित होने से बचाया जा सके। यहां उल्लेखनीय बात यह है कि सरकार की मुख्य मंत्री सुपोषण योजना का लाभ सामान्य क्षेत्र में पहुंचाना जितना आसान है, वहीं उक्त योजना को जिले के अंदरुनी, पहुंचविहीन तथा अतिसंवेदनषील क्षेत्र में बसे गांवों तक पहुंचाना उतना ही कठिन होता है, जबकि ऐसे ही क्षेत्र के लोगों को सरकारी योजनाओं की सख्त आवष्यकता होती है, क्योंकि सामान्य क्षेत्र में बसे नगर व गांवों में निवासरत जन तो योजनाओं से वाकिफ होकर स्वयं योजनाओं का लाभ लेने सामने आते हैं, नहीं मिलने पर षिकवा-षिकायत करने संबंधित अधिकारियों तक पहुंच जाते हैं। लेकिन वहीं अंदरुनी क्षेत्र के लोगों को योजनाओं की जानकारी नहीं होने के कारण न केवल योजनाओं से वंचित रहते हैं, बल्कि किसी से कोई षिकायत भी नहीं करते। ऐसे में अंदरुनी पहुंचविहीन क्षेत्र में निवासरत जनों/हितग्राहियों को उक्त तरह की योजनाओं का लाभ, जमीनी स्तर पर कार्यरत कर्मचारी के अपने कर्तव्य के प्रति ईमानदार होने पर ही मिल पाती है अथवा नहीं। अंदरुनी, पहुंचविहीन व अतिसंवेदनषील क्षेत्र में बसे ग्राम पंचायत कडेनार के आश्रित ग्राम चिकपाल के आंगन बाडी केंद्र में वर्षों पूर्व से आंगन बाडी कार्यकर्ता के रुप में पदस्थ रजबती बघेल द्वारा भी अपने कर्तव्य का निर्वहन पूरी ईमानदारी से करते हुए महिला एवं बाल विकास विभाग कोण्डागांव के अधिकारियों द्वारा दिए गए दिषा-निर्देषों का पालन करते हुए अपने केंद्र में आने वाले मासूमों का वनज लेकर मासूम कुपोषित हैं अथवा सुपोषित, तय किया जाकर उन्हें मुख्य मंत्री सुपोषण योजना के तहत मिलने वाले सुपोषण आहार का लाभ दिया जाता है। ऐसे ही गर्भवती महिलाओं, षिषुवती माताओं एवं किषोरियों को भी पोषण आहार देकर लाभांवित किया जा रहा है।