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ग्राम पंचायत उषाढ़ में मुक्ति धाम और नाली निर्माण में रेत की जगह, मिलाया जा रहा हैं धूल और राखड़ ,

रविशंकर कैवर्त
छत्तीसगढ़
सबका संदेस न्यूज़ छत्तीसगढ़-

ग्राम पंचायत उषाढ़ में मुक्ति धाम और नाली निर्माण में रेत की जगह, मिलाया जा रहा हैं धूल और राखड़ ,

मरवाही । छत्तीसगढ़ के नवनिर्मित जिला गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही के ग्राम पंचायत उषाढ़ में सरकारी कार्यों में भ्रष्टाचार के एक के बाद एक कई मामले उजागर हो रहे हैं।

 

ऐसी आशंका जताई जा रहीं है कि ग्राम पंचायत उषाढ़ के सरपंच, सचिव के द्वारा सरकारी कार्यों में बहुत अनियमितता की जा रही है। तभी तो सभी के नजरों के सामने इस तरह से भ्रष्टाचार हो रहा होता है और किसी प्रकार की कोई कार्यवाही भी नहीं की जा जाती है,


मामला मरवाही विकासखण्ड के ग्राम पंचायत उषाढ़ में मुक्ति धाम और नाली निर्माण के दौरान रेत की जगह किये जा रहे धूल और राखड़ के उपयोग का है ।

अब इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकारी कार्य में गुणवत्ता सिर्फ कागजी फाइलों तक ही सीमित रहती है,

वास्तविक तौर पर देखा जाए तो यहाँ रेत की जगह धूल और राखड़ मिलाया जा रहा है। निर्माणाधीन जगह के पास ही नाले के रुप में एक छोटी सी नदी के रेत का उपयोग निर्माण कार्य में किया जा रहा है, इस छोटी नदी से निकलने वाली रेत में बहुतायत मात्रा में मिट्टी और धूल पाई जाती है। इससे साफ तौर पर अंदाजा लगाया जा सकता है कि मुक्ति धाम और नाली कितनी टिकाऊ और मजबूत बनेगी,

इस विषय पर यह सवाल भी आता है कि, जिस ठेकेदार के द्वारा यह निर्माण कार्य करवाया जा रहा है, संभावित तौर पर देखा जाए तो उसके साथ ग्राम सरपंच और पंचायत के अन्य कई अफसरों के भी मिलीभगत होने की आशंका जतायी जा रही है, क्योंकि ग्राम पंचायत के अंर्तगत ऐसे गुणवत्ताहीन सामग्रियों का उपयोग करके निर्माण कार्य किया जाए और सरपंच, सचिव के साथ साथ ग्राम पंचायत के किसी भी पदाधिकारियों को इसकी जानकारी ना हो,ऐसा हो ही नहीं सकता ।

अगर मुक्ति धाम और नाली निर्माण बन कर तैयार हो भी जाती है तो ऐसे निर्माण से कुछ दिन बाद मुक्ति धाम में किसी भी प्रकार की दुर्घटनाएं घटित होने की संभावना भी बनी रहेगी।

ऐसी गुणवत्ताहीन मुक्ति धाम को निश्चित तौर पर जनता के लिए किसी घातक परेशानियों से कम नहीं कहा जा सकता है ।

हालांकि इस क्षेत्र में किसी भी प्रकार की निर्माण कार्यों के लिये मुख्य रूप से सोन नदी से निकलने वाली रेत का ही उपयोग किया जाता है, जो कि सभी प्रकार से गुणवत्तापूर्ण होती है । गुणवत्तायुक्त सामाग्रियों के उपयोग से बनाए गये मुक्ति धाम की स्थिति क्षेत्रवासियों के लिए भविष्य में सुविधापूर्ण होगी।

जिला प्रशासन के अधिकारियों को इस विषय पर जाँच करते हुए तुरंत कार्रवाई करके मुक्ति धाम और नाली निर्माण कार्यो को गुणवत्तापूर्ण ढंग से करवाने को प्राथमिकता देना चाहिए ताकि शासन के जनहित योजनाओं का लाभ जनताओं को सही ढंग से मिल सके, जिससे कि शासन और जनताओं के पैसों का सदुपयोग हो सके।

 

 

 

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