कोरोना वायरस की वैक्सीन पर उम्मीद जगा रहे हैं ये 4 अपडेट्स | These 4 updates are raising hopes on the corona virus vaccine | nation – News in Hindi


(प्रतीकात्मक तस्वीर)
आइए हम आपको बताते हैं कि अब तक कोरोना के इस संकट से छुटकारा पाने के लिए इस हफ्ते क्या नये प्रयास हुए और उन पर क्या अपडेट्स है.
दूसरी ओर इन्हीं डर और चिंताओं के बीच दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में कोरोना की वैक्सीन इजाद करने की भरपूर कोशिश चल रही है. वैज्ञानिक दुनिया को इस संकट से उबारने के लिए दिन रात लगे हुए हैं. अलग-अलग कंपनियां और देश वैक्सीन और दवा पर काम कर रही हैं ताकि जल्द से जल्द दुनिया को इस संकट से निजात मिले. आइए हम आपको बताते हैं कि अब तक कोरोना के इस संकट से छुटकारा पाने के लिए इस हफ्ते क्या नये प्रयास हुए और उन पर क्या अपडेट्स है.
वैक्सीन के लिए अमेरिकी कंपनी के साथ भारत की यह बायोटेक फर्म
भारतीय बायोटेक फर्म Panacea बायोटेक लिमिटेड ने कोविड-19 के लिए वैक्सीन बनाने के लिए अमेरिका स्थित रेफाना इंक ( Refana Inc) के साथ साझेदारी करेगी. Panacea ने कहा, ‘इस साझेदारी का उद्देश्य वैक्सीन की 500 मिलियन यानी 50 करोड़ से अधिक खुराक बनाना है. 40 मिलियन यानी 4 करोड़ से अधिक खुराक अगले साल की शुरुआत में उपलब्ध होने की उम्मीद है.’जॉनसन एंड जॉनसन जुलाई में शुरू करेगी ह्यूमन ट्रायल
अमेरिकी कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन (Johnson & Johnson) ने बताया है कि उसकी बनाई कोविड-19 वैक्सीन के अब तक के ट्रायल सफल हैं. कंपनी जुलाई के दो हफ्ते बीतने के बाद वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल शुरू करेगी. कंपनी ह्यूमन ट्रायल के लिए पहले तय किए समय से दो महीने तेजी से काम कर रही है. कंपनी ने वैक्सीन बनाने के लिए अमेरिकी सरकार के साथ पहले ही साझेदारी कर ली है. बताया गया कि कंपनी ने वैक्सीन की 1 अरब डोज बनाने की बात कही है.
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया भी कर रही काम
AstraZeneca ने भारत की सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute Of India) के साथ करार किया है. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर यह कंपनी कोरोना वायरस वैक्सीन का ट्रायल कर रही है. इसके तहत वह सीरम इंस्टीट्यूट को 1 अरब डोज देगी. माना जा रहा है कि सीरम इस साल के आखिर तक 40 करोड़ वैक्सीन उपलब्ध कराएगी. सीरम ने अमेरिका की बायोटेक फर्म Codagenix के साथ लाइव वैक्सीन के लिए भी करार किया है.
एंटीबॉडी ड्रग्स दे रहे सफलता के संकेत
AstraZeneca, Eli Lilly और Regeneron सरीखी कंपनियों ने न्यूट्रलाइजिंग ऐंटीबॉडीज दवाओं पर काम शुरू कर दिया है. AstraZeneca कंपनी के अनुसार उसे वैडरबिल्ड यूनिवर्सिटी से कोरोनावायरस न्यूट्रलाइजिंग ऐंटीबॉडीज का लाइसेंस मिला हुआ है जिसके बाद वह इस पर काम कर रही है.
First published: June 13, 2020, 11:44 AM IST