कोरोना संकट में अब अपने इन कर्मचारियों से क्यों डर रही है भारतीय कंपनियां! इसलिए मांग रही है ये डिटेल्स-coronavirus impact covid 19 creates new class insiders IT employees to comply with insider trading prevention rules | business – News in Hindi


कोरोना वायरस में कर्मचारियों से डरी कंपनियां
कोरोना वायरस (Coronavirus Covid19) का संक्रमण बढ़ने के बाद अब बोर्ड मीटिंग वर्चुअल कॉन्फ्रेंस (Virtual Conference) के जरिए हो रही है. इसीलिए, भारतीय कंपनियों को नए तरह का डर सता रहा है. आइए जानें पूरा मामला….
कंपनियों पर हो सकती है सख्त कार्रवाई- एक्सपर्ट्स कहते हैं कि बोर्ड बैठक के फैसले कंपनी के लिए बेहद महत्वपूर्ण होते है .वास्तव में सिर्फ संवेदनशील जानकारी तक सीमित नहीं है, इसमें कंपनी के नियमों और रणनीति के साथ भविष्य की योजना से संबंधित कदम भी हैं. यह लिस्टेड कंपनियों के लिए एक बहुत बड़ी समस्या हो सकती है, जिसकी वजह से शेयर बाजार नियामक SEBI उन पर कार्रवाई कर सकता है.
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क्यों अपने आईटी स्टाफ से डर रही है कंपनियां- अंग्रेजी के बिजनेस अखबार इकोनॉमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक, कोरोना के इस संकट में जब बोर्ड बैठक वर्चुअल कॉन्फ्रेंस के जरिए हो रही है, तो इसमें आईटी स्टाफ का सपोर्ट बहुत महत्वपूर्ण हो गया है.इसके बाद इस तरह की बोर्ड मीटिंग में होने वाली संवेदनशील जानकारी के लीक होने का खतरा बढ़ गया है. आपको बता दें कि हाल में ही देश की पेंट बनाने वाली एक बड़ी कंपनी ने अपनी आईटी टीम के 35 स्टाफ को कहा है कि वह शेयर बाजार में अपने और अपने परिजनों के निवेश के बारे में जानकारी दें.
इस कंपनी से जुड़े एक अधिकारी ने अखबार को बताया कि हमारी कंप्लायंस टीम ने यह संकेत दिया है कि आईटी विभाग के स्टाफ की हमारी संवेदनशील जानकारी तक पहुंच है.
इस हिसाब से उन्हें भी इनसाइडर ट्रेडिंग के नियमों के बारे में जागरूक किया जाए और उनसे यह हलफनामा लिया जाए कि वह इनसाइडर ट्रेडिंग में शामिल नहीं हैं.
कंपनी के सभी डायरेक्टर के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से होने वाली बातचीत का बैकअप आईटी वाले स्टाफ के पास होता है और वह अगर चाहे तो इस तरह की जानकारी बहुत आसानी से लीक हो सकती है.
इस प्रक्रिया में यह पता लगाना मुश्किल हो गया है कि अगर कोई संवेदनशील जानकारी लीक होती है तो उसमें किसका हाथ हो सकता है.
ऑफिस के आईटी डिपार्टमेंट की वीडियो मीटिंग के कंटेंट तक पहुंच होती है. अब कंपनियां इस बारे में जागरूक हो रही है और अपने आईटी स्टाफ से कह रही हैं कि इनसाइडर ट्रेडिंग के नियमों का पालन करें और उसके हिसाब से ही काम करें, जिससे कि इस तरह की संवेदनशील जानकारी किसी भी हालत में लीक ना हो पाए.
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First published: June 9, 2020, 11:57 AM IST