NRC,CAA और NPR का विभन्न संगठनों ने भारी बारिश में किया विरोध प्रदर्शन

भिलाई – नागरिक एकता मंच के बैनर तले विभिन्न संगठनों ने एनपीआर-एनआरसी-सीएए को रद्द करने और संविधान, नागरिकता, लोकतंत्र को बचाने के सवाल पर आज प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान पर्चा का भी वितरण किया गया। प्रदर्शन में माकपा, भाकपा, जमाते इस्लामी हिंद, भाकपा (माले) लिबरेशन, ऐपवा, जन संस्कृति मंच, एडवा,सतनामी समाज , मूल निवासी संघ, समता सैनिक दल आदि संगठनों के साथियों ने हिस्सा लिया ।
सभा में मांग किया गया कि नागरिकता संशोधन कानून को रद्द किया जाय। राज्य सरकार राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) की कार्यवाही पर तत्काल रोक लगाये। एन आर सी पर रोक लगाओ। केन्द्र व राज्य सरकारें डिटैंशन केन्द्रों के निर्माण पर रोक लगायें। शांतिपूर्ण प्रदर्शनों पर दमन और पुलिस प्रताड़ना बंद करो। इंटरनेट को बैन करना, सार्वजनिक प्रदर्शन पर रोक लगाना तथा धारा 144 लगाना बंद करो । बेरोजगारों का राष्ट्रीय रजिस्टर बनाया जाय और बेरोजगारी भत्ता दिया जाय ।
सभा में कहा गया कि नागरिकता संशोधन कानून पूरी तरह से साप्रदायिक व असंवैधानिक है जो कि धर्म देखकर तय करेगा कि किसे शरणार्थी बनाया जाय और किसे घुसपैठिया कहा जाय। यह उस भारत के खिलाफ हमला है. जिसकी गांरटी हमारा संविधान करता है। यह हमारी बहुलता, हमारी विविधता और हम सबके भाई-चारे की संस्कृति और ।विरासत पर हमला है। इसलिए भारत, हमारा देश नागरिकता कानून में लादे गए भेदभावपूर्वक और विभाजनकारी संशोधन को कभी स्वीकार नहीं करेगा। सभा में मोदी सरकार की फूट डालो- राज करो की नीति के खिलाफ एकजुट होकर मुकाबला करने की अपील की गई। मोदी की नोटबंदी ने हमारे रोजगार और अर्थव्यवस्था को तबाह किया था अब यह सरकार संविधान को नष्ट करके देश को बांटना चाहती है। देश को एक और तबाही की ओर ले जाया जा रहा है। सभा में लोगों ने एनपीआर, एन आर सी, सीएए के विभिन्न पहुलुओं पर अपनी बात रखी । सभा बरसते पानी में सम्पन्न हुई ।सभा को बृजेन्द्र तिवारी, विनोद कुमार सोनी, अशोक मिरी, डीवीएस रेड्डी, राम निहोर, सुरेन्द्र मोहती, आंनद रामटेके आदि साथियों ने संबोधित किया।