महाराष्ट्र: एक दिन में कोरोना से 109 लोगों की मौत और 2553 केस, कुल आंकड़ा 88,528 | Maharashtra 109 deaths and 2553 cases reported in one days total figure 88528 | nation – News in Hindi


महाराष्ट्र में तेजी से बढ़ रहे हैं कोरोना के मामले.
अकेले मुंबई (Mumbai) में अभी तक कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) के 50085 मामले सामने आ चुके हैं और 1709 लोगों की मौत हो चुकी है.
स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि दिन में 1661 रोगियों को ठीक होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई जिससे इस बीमारी से उबरने वाले लोगों की संख्या 40,975 हो गई है.
महाराष्ट्र में कोविड देखभाल केंद्र से 2 संक्रमित कैदी फरार
हाल में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए दो कैदी महाराष्ट्र के औरंगाबाद में एक कोविड देखभाल केंद्र से फरार हो गए. जेल के एक अधिकारी ने सोमवार को इस बारे में बताया. उन्होंने बताया कि रविवार रात खिड़की के ग्रिल को मोड़कर उन्होंने बाहर निकलने का रास्ता बनाया और चादर को रस्सी की तरह इस्तेमाल कर वहां से बाहर निकल गए.उन्होंने बताया कि जेल के एक कर्मचारी को निलंबित कर दिया गया और बेगमपुरा थाने में एक मामला दर्ज किया गया है. जेल के एक अधिकारी ने बताया, ‘कैदियों की तलाश के लिए टीमें भेजी गयी है.’ कुछ दिन पहले हरसुल जेल के 29 विचाराधीन कैदी कोविड-19 से संक्रमित पाए गए थे. बाद में उन्हें उपचार के लिए कोविड देखभाल केंद्र भेज दिया गया था.
अधिकारी ने बताया कि उनमें दो कैदी सैयद सैफ और अकरम खान रविवार रात पौने ग्यारह बजे कोविड देखभाल केंद्र से भाग गए. दोनों कैदी औरंगाबाद के रहने वाले हैं. उन्होंने बताया कि सैफ पर धोखाधड़ी का इल्जाम है जबकि अकरम खान को हत्या और आपराधिक साजिश के मामले में गिरफ्तार किया गया था. कोरोना वायरस से 29 कैदियों के संक्रमित पाए जाने के बाद किलेआर्क क्षेत्र में कोविड देखभाल केंद्र के 15 कमरों में कैदियों का उपचार चल रहा था.
कोविड-19 मरीजों से मोटी रकम वसूल रहे हैं निजी अस्पताल: भाजपा
महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दारेकर ने निजी अस्पतालों द्वारा कोविड-19 मरीजों से मोटी रकम वसूले जाने का दावा करते हुए राज्य सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है. भाजपा नेता ने रविवार को संवाददाताओं से कहा कि राज्य सरकार ने कोविड-19 के इलाज को महात्मा ज्योतिबा फुले जन आरोग्य योजना में शामिल किया है लेकिन इसके बाद भी निजी अस्पताल मरीजों से बड़ी राशि वसूल रहे हैं.
उन्होंने कहा कि कोविड-19 अस्पतालों में मरीजों से हजारों- लाखों रुपये वसूले जा रहे हैं और इन अस्पतालों को सरकार का डर भी नहीं है. दरेकर ने कहा, ‘राज्य सरकार को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए और मरीजों से ज्यादा ली गई राशि को उन्हें वापस दिलवाना चाहिए. अगर जरूरत पड़ी तो हम इसके लिए विरोध प्रदर्शन करेंगे.’
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First published: June 8, 2020, 8:55 PM IST