संयंत्र के अंदर मेटल के छींटे से कराह रहे घायल को डॉक्टर ने सुनाई खरी खोटी
डॉक्टर ने रूखा व्यहार करते हुए कह दिया यहां क्यों आये है?
भिलाई। सेक्टर-9 निजी मरीजों का इलाज करने से तो हाथ खींच ही रहा है, कई बार संयंत्र के अफसरों और कर्मियों को भी चिकित्सकों के रुखे व्यवहार से दो-चार होना पड़ता है। ऐसा ही एक वाकया एसएमएस-2 के सीनियर मैनेजर अजीत नारायण के साथ सामने आया। शॉप में लॉन्सिंग के दौरान मेटल के छींटे अजीत के जीभ और मसूड़े में पड़ गए थे। विभाग के कर्मी दर्द से करहाते अजीत को तत्काल संयंत्र के मेन मेडिकल पोस्ट लेकर गए। वहां उनकी हालत देख चिकित्सकों ने सेक्टर-9 रेफर कर दिया। दोपहर करीब ढाई बजे सेक्टर-9 के कैजुअल्टी पहुंचे। डॉक्टर ने तकलीफ पूछी। फिर कह दिया कि यहां क्यों आ गए। डॉक्टर का जवाब सुनकर अजीत हैरान रह गए। उन्होंने भी पूछा, यहां नहीं आना है, तो फिर कहां जाना है। ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर ने बिना कोई इलाज व परामर्श दिए कहा शाम 4 बजे ओपीडी में डॉक्टर आएंगे उन्हें दिखाना। गर्म मेटल के छींटे पडऩे से अजीत मुंह में जलन को बर्दास्त नहीं कर पा रहे थे। वह बार-बार दर्द से छटपटा रहे थे। उनकी पीड़ा देख हेल्प लाइन के कर्मी सामने आए और सीधे बर्न यूनिट लेकर गए। पांच मिनट में वहां से भी बाहर आ गया। बताया कि बर्न यूनिट के डॉक्टरों ने भी देखने के बाद ईएनटी विभाग में जाने की सलाह देकर भेज दिया। आखिर में एफ-1 वार्ड में एक चिकित्सक ने उनका इलाज किया और दवाई देकर घर भेजा।