परिवार के सुरक्षा की गुहार लगाई अपहृत बच्ची के पिता ने, महीना बाद भी पुलिस के हाथ खाली

june 5, 2020/सबका संदेश
केशकाल। भारतीय सेना के बिहार रेजीमेंट में हवलदार के पद पर रहकर मातृभूमि की सेवा सुरक्षा में समर्पित जवान अपनी 6 वर्षीय नन्ही बच्ची के अपहरंण के मामले की जांच कर मामले का रहस्योद्घाटन करते हुए अपने परिवार को सुरक्षा प्रदान करने के लिए पुलिस अधिकारियों को आवेदन प्रेषित कर गुहार लगाई है।
घटना को लगभग एक माह बीत जाने के बाद भी मामले में अभी तक पुलिस हवा में हांथ पैर मार रही है और सुनियोजित प्लान बनाकर इतनी गंभीर अपराध को अंजाम देने वाले अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि केशकाल से सटे हुए ग्राम जामगांव के आमापारा में 1अप्रेल की देर रात घर में घुसकर बिस्तर में सो रही बच्ची का अज्ञात द्वारा अपहरंण कर उसके हांथ पैर मुंह को बांधकर लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर शाश्कीय बालक हाईस्कूल के तालाबंद कमरे में बगैर ताला तोड़े मात्र धक्का मारके खोलकर बच्ची को अंदर छोड़ दिया गया और अपहरणकर्ता फरार हो गये। जिसकी रिपोर्ट 2मई सुबह पुलिस थाना केशकाल में दर्ज कराया गया था। केशकाल पुलिस मामले पर अपराध कायम कर जांच आरंभ किया है परन्तु अभी तक पुलिस को कोई कामयाबी नहीं मिल पाया है।
योजना बनाकर इतने गंभीर अपराध को घटित करने वाले अपराधियों का अभी तक कोई अता पता न लगा पाने और अपराधियों के आजाद घूमने फिरने से बच्ची के परिवार जन एवं माता पिता अपने भविष्य एवं सुरक्षा को लेकर बहुत चिंतित हैं। बच्ची के पिता जो सेना में सेवारत हैं उनका अवकाश समाप्त हो गया है और उन्हें अब फिर से अपने कर्तव्य पर हाजिर होने पुत्र पुत्री एवं पत्नी को छोड़कर जाना है। जिसके चलते उनके जेहन में रह रहकर बस यही चिंता सता रही है कि मेरे जाने के बाद इनका क्या-होगा, घर के भीतर से बच्ची का अपहरंण करके ले जाने में सफल हो जाने पर अपने असली मंसूबे में नाकामयाब रहने वाले अपराधी पुनः कुछ कर तो नहीं देंगे? अपने परिवार के सुरक्षा को लेकर चिंतित सेना के उक्त हवलदार ने पुलिस विभाग के अधिकारियों से लिखीत फरियाद की है। अब देखना यह है कि 30 दिन तक साईवर क्राईम ब्रांच के भरोसे हवा हवाई पतासाजी कर रही पुलिस क्या करिश्मा कर दिखाती है?
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