दुर्ग की लैब इस बार भी देश में नंबर वन, स्थापना के बाद हर मानदंड में खरी दुर्ग की पेयजल टेस्टिंग की लैब, इस बार 5200 सैंपल हुए चेक
DURG । दुर्ग की पानी की जांच करने वाली टेस्टिंग लैब इस साल भी देश में नंबर वन है। अभी डैशबोर्ड में इसे शो किया गया है। इस लैब में 5200 सैंपल की जांच की जाती है। स्थापना के बाद से ही यह लैब पूरे देश में नंबर वन बनी हुई है। इसका कारण यह है कि यहां पर अमेरिकन तथा भारतीय दोनों तरह का मानदंड फालो किया जाता है और दोनों के ही पालन में यह नंबर है। पीएचई के कार्यपालन अभियंता श्री समीर शर्मा ने बताया कि केमिकल, फिजिकल और बैक्टीरियल दृष्टिकोण से सभी में यह नंबर वन है। इसका कारण यह है कि लैब एसओपी (स्टैंडर्ड आपरेटिंग प्रोसीजर) पर काम करता है। इसके मुताबिक सैंपल लेने का तरीका, जांच का तरीका और इसके लिए नियुक्त किये गए स्टाफ सभी प्रकार के मानदंड रहते हैं। इन सभी मानदंडों में नंबर रहते हैं। इसके मुताबिक इस लैब ने बहुत अच्छे से सारे जांच किये हैं जिसकी वजह से हर बार की तरह इस बार भी लैब पूरे देश में नंबर वन है। लैब के चीफ केमिस्ट श्री परिमल दत्ता ने बताया कि इस बार भी डैशबोर्ड में नंबर वन आने से काफी खुशी है। लैब में लोग आकर पानी का सैंपल देते हैं और हम उन्हें पानी की गुणवत्ता के बारे में बता देते हैं। चूंकि सब कुछ एसओपी के हिसाब से होता है अतएव इसके नतीजे काफी परफेक्ट होते हैं। श्री दत्ता ने बताया कि इसके टेस्ट के नतीजे के हिसाब से लोग पानी को ट्रीट करने का तरीका अपना सकते हैं बिल्कुल सही नतीजे आने से इसे ठीक करने का तरीका भी बिल्कुल परफेक्ट होता है।