कारी नदी में गिरने के बदा तैरकर निकलने वाला युवक ने आज लगाली फांसी दो दिन पहले हादसे में नदी में डूबने से मां की हो चुकी है मौत
BHILAI.। कहा गया है कि मौत के बारे में कोई नही बता सकता है, जिसकी मौत आ गई वह कैसे भी नही बच सकता। इसका उदाहरण नगर में देखने को मिला कि गत दो दिन पूर्व नदी में कार गिरने के कारण बोरई ईलाके के मां और बेटा दोनो नदी में कार के साथ ही गिर गई से जिसमे नदी में डूबने से मां की तो मौत हो गई लेकिन बेटा तैर कर बचकर निकल गया लेकिन दो दिन बाद ही वह अपने घर के पास नीम के पेड़े में फांसी लगाकर आत्म्हत्या कर लिया। सोमवार की सुबह जब लोगों ने नीम के पड़े में तेजप्रताप साहू को लटकते देखा तो पुलिस को सूचना दिये उसके बाद पुलिस ने डेट बॉडी को उतारकर उसका पंचनामा करवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दी और मामले की जांच कर रही है और फांसी लगाने वाले युवक तेजप्रताप के परिवार के अन्य लोगों से पूछताछ कर रही है।
ज्ञातव्य हो कि इसी युवक की कार दुर्ग से लौटते वक्त पुलगांव इलाके में एनिकट में गिर गई थी। हादसे में दो दिन पहले युवक की मां की मौत हो गई थी। फिलहाल, किसी तरह का सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। दो दिन पहले की घटना में महिला की मौत हो गई थी, कार निकालने आई क्रेन भी पलट गई थी। पुलिस के मुताबिक युवक का अपनी पत्नी से विवाद था। वह पिछले 5 सालों से अलग रह रही थी। सास की मौत की वजह से बोराई आई थी। दोनों के बीच फिर से विवाद हुआ और युवक ने पेड़ से लटककर जान दे दी। युवक की मां रामबती नर्स का काम करती थी। मां के साथ वह दुर्ग की ओर से घर आ रहा था, पुलगांव के पास कार का संतुलन बिगड़ा और गाड़ी नदी में जा गिरी थी। हादसे में महिला की मौत हो गई थी। कार को निकालने आई क्रेन भी पलट गई थी।