चुनाव से ठीक पहले छत्तीसगढ़ में फिर जब्त हो रही हवाला की बड़ी रकम
सबका संदेस न्यूज छत्तीसगढ़ रायपुर- लोकसभा चुनाव की हलचल शुरू हो गई है और इसी के साथ छत्तीसगढ़ में हवाला की रकम के पकड़ाने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। एन चुनाव के पहले बड़ी तादात में ऐसी रकम पकड़ी जा रही है, जिसे बिना किसी कागजात के एक राज्य से दूसरे राज्य पहुंचाया जा रहा है। पिछले एक हफ्ते के दौरान यहां करीब 13 करोड़ रुपये जब्त किए गए हैं। विधानसभा चुनाव के ठीक पहले भी इसी तरह बड़ी मात्रा में पुलिस ने रकम पकड़ी थी।
पिछले दिनों राज्य के महासमुंद जिले में खल्लारी के पास आगरा से कटक जा रही एक कार में सवार 4 लोगों से 10 करोड़ 90 लाख 500 रुपये बरामद किए गए थे। इस रकम को मशीन से गिनने में पुलिस को 6 घंटे लग गए थे। यह रकम कार की सीट में छिपा कर रखी गई थी। इसके दो दिनों बाद रायपुर में करीब डेढ़ करोड़ रुपये हवाला कारोबारियों से जब्त किए गए। अब तक पकड़े गए सभी लोगों से की गई पूछताछ में इस कारोबार से जुड़े कई लोगों के नाम पुलिस के हाथ लगे हैं। पुलिस अब आगे की जांच कर रही है।
क्या है हवाला कारोबार
इंटरपोल की परिभाषा के अनुसार इसका मतलब है ‘धन हस्तांतरण के बिना धन हस्तांतरण’। हवाला ब्रोकरों के बीच लेन-देन बिना किसी वचन के नोट्स किए जाते हैं क्योंकि सिस्टम विश्वास और हवाला ब्रोकरों के कच्चे बही खातों पर आधारित होता है। हवाला को हुंडी के नाम से भी जाना जाता है। माना जाता है कि इस तरह की एक समानान्तर अर्थव्यवस्था तैयार होने लगती है, जिसमें बड़ी रकम का सरकार के पास कोई हिसाब किताब नहीं होता। इससे देश की अर्थव्यवस्था को बड़ा नुकसान हो रहा है।
अंतर्राज्यीय संपर्क के चलते छत्तीसगढ़ बन रहा हवाला कारोबार का गढ़
छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा 6 राज्यों से लगती है। इसी वजह से हवाला करोबारियों के लिए छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर और उसके आस-पास के शहर बेहतर कारोबारी ठिकाने हैं। यहां से रकम की अफरा-तफरी आसानी से सड़क, रेलवे और फ्लाइट के जरिए देश के अलग-अलग राज्यों तक की जा रही है। इस कारोबार में लगे लोग ओडिसा, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, झारखंड, तेलंगाना और मध्यप्रदेश की बेनामी रकम को बिना किसी सिस्टम की पकड़ में आए एक से दूसरी जगह तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं।
गुजरात से ऑपरेट हो रहा कारोबार
पुलिस ने बताया कि रायपुर में पकड़े गए एजेंट गुजरात के बड़े हवाला कारोबारी चेतन भाई (देसाई) के लिए काम करते हैं। रोज दो से पांच करोड़ रुपये इधर से उधर करने के एवज में एजेंटों को कमीशन और बीस-बीस हजार रुपये मासिक वेतन मिलता था। पिछले कई महीने से देवेंद्र नगर सेक्टर तीन स्थित एक प्रशासनिक अधिकारी के मकान को 22 हजार रुपये मासिक किराए पर लेकर एजेंट हवाला का दफ्तर संचालित कर रहे थे। पुलिस ने मकान व दफ्तर में छापा मारकर नोट गिनने की मशीन के साथ नकद 1.35 करोड़ रुपये बरामद किए। आगे की कार्रवाई के लिए प्रकरण आयकर विभाग को सौंप दिया गया है।
हवाला का खेल ऐसे
पुलिस की पकड़ में आए कोरियर एजेंटों ने बताया कि चेतन देसाई के आदेश पर वे पैसा कलेक्ट करने अलग-अलग कारोबारियों के पास जाते हैं। इससे पहले कारोबारियों के पास किसी एक नोट का नंबर वाट्सएप पर भेजा जाता है। यानी जो भी इस नंबर को लाकर दिखाता है, उस पर बिना संदेह किए बड़ी रकम सौंप दी जाती है। पैसा कलेक्ट करने के बाद उसे कहां डिलेवर करना है, एजेंटों को मालूम नहीं होता। ऐन वक्त पर बॉस का आदेश मिलते ही फिर से नोट का नंबर दिखाकर संबंधित कारोबारी तक रकम पहुंचा दी जाती है।
एक महीने में डेढ़ सौ करोड़ हवाला
मुकेश व सागर ने खुलासा किया कि रोज दो से पांच करोड़ और कभी-कभी उससे बड़ी रकम वे रिसीव करके डिलेवर कर चुके हैं। पिछले एक महीने के भीतर डेढ़ सौ करोड़ रुपये हवाला के जरिए इधर से उधर हो चुके हैं। हवाला के खेल में सदर बाजार, गोलबाजार, रामसागरपारा, मौदहापारा, पंडरी आदि स्थानों के बड़े कारोबारी शामिल हैं।
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