छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

आरसीएल के प्लेट मिल इंस्पेक्शन, टेस्टिंग लैब के कर्मियों ने दिया स्वैच्छिक योगदान

BHILAI:-भिलाई इस्पात संयंत्र अपने सकारात्मक कार्य संस्कृति के लिए जाना जाता है। भिलाई के इस्पात बिरादरी ने सदैव ही ऐसे उदाहरण प्रस्तुत किए हैं, जो अन्य लोगों के लिए पे्ररक बन गए। जब संयंत्र के समक्ष परिस्थितियाँ विषम थीं, तब ऐसे अनेक उदाहरण हमारे सामने आए, जहाँ कार्मिकों ने स्वस्फूर्त होकर कार्यों को अंजाम देने के लिए आगे आए। ऐसे ही पे्ररक कहानी है, अनुसंधान एवं नियंत्रण प्रयोगशाला के प्लेट मिल इंस्पेक्शन एवं टेस्टिंग लैब में कार्यरत् समर्पित कार्मिकों की।

सभी जानते हैं कि वैश्विक महामारी कोविड-19 ने पूरी दुनिया में तहलका मचाई है। आज पूरा विश्व इस महामारी से जूझ रहा है। आज हमारे देश में भी कोरोना ने जन-जीवन व व्यावसायिक गतिविधियों को प्रभावित कर रहा है। 25 मार्च को पूरे देश में पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा के साथ ही उद्योग-धंधों में काम बंद हो गए। लोग घरों में कैद हो गए। ऐसी विषम परिस्थितियों में भी सरकार ने इस्पात उद्योग पर विश्वास व्यक्त करते हुए इसे आवश्यक सेवा की सूची में शामिल कर उत्पादन को जारी रखा।

ऐसी विषम परिस्थितियों में सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के कुछ महत्वपूर्ण इकाइयों ने निरंतर उत्पादन जारी रखा। इस दौरान कोविड-19 हेतु शासन-प्रशासन द्वारा जारी विभिन्न दिशा-निर्देशों का अनुपालन करते हुए उत्पादन किया गया, जो आज लॉकडाउन खुलने के बाद भी उत्पादन के साथ नियमों का पालन किया जा रहा है। सामाजिक दूरी से लेकर, मास्किंग, सैनिटाइजेशन जैसे कदमों का बखूबी पालन किया जा रहा है। इन परिस्थितियों में एक महत्वपूर्ण इकाई यूनिवर्सल रेल मिल में उत्पादन लगातार बनाए रखना एवं भारतीय रेलवे को रेल्स की आपूर्ति सुनिश्चित करना एक चुनौती था। मुख्य महाप्रबंधक (क्वालिटी) एस के कर ने इस विषम परिस्थिति में आरसीएल के प्लेट मिल इंस्पेक्शन एवं टेस्टिंग लैब के कार्मिकों को स्वैच्छिक योगदान हेतु पे्ररित किया। ये सभी कर्मी यूनिवर्सल रेल मिल में अपने सहयोगियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करते रहे एवं यूआरएम के उत्पादन को लक्ष्य तक पहुँचाने में अपनी पूर्ण सहभागिता का परिचय दिया। इस सराहनीय कार्य के लिए मुख्य रूप से प्लेट मिल इंस्पेक्शन एवं मेकेनिकल टेस्टिंग लैब के सभी कार्मिक बधाई के पात्र हैं।

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