छत्तीसगढ़

श्रमिक महिला का ट्रक में हुआ डिलीवरी रात भर किये सफ़र



कवर्धा/बोड़ला – कोरोनावायरस के चक्कर में ऐसी स्थिति हो गई है कि लोगों को सुविधा और सुरक्षा नहीं मिल पा रही है। सबसे बुरी स्थिति तो श्रमिकों की है जो जैसे तैसे ही बमुश्किल अन्य राज्य से अपने गांव पहुंच रहे हैं। होशंगाबाद से बिलासपुर जिला के सिलपढ़ी गांव जाना था। इसके लिए बस और ट्रक के माध्यम से आ रहे थे। मंडला से रात को ट्रक में बैठे इसी ट्रक में सावन पटेल नाम की महिला भी जो गर्भवती थी। ट्रक कुछ देर चलने के बाद

उसके बाद दर्द हुआ अत्यधिक दर्द होने के बाद भी साहस दिखाई दिया। लेकिन उसका दर्द ट्रक में बैठे अन्य श्रमिकों को दिखाई देने के लिए था। उसी ट्रक में एक महिला प्रमिला थी। उसने कभी किसी महिला का प्रसव नहीं कराया लेकिन गर्भवती महिला की हालत को देखते हुए उसने भी हिम्मत दिखाई। प्रमिला ने एक डॉ की भूमिका निभाई। ट्रक में ही एक नवजात शिशु का जन्म दिया। यह ट्रक रात में चिल्फी और सुबह 9 बजे बोड़ला पहुंच गया। इसकी जानकारी होने पर हेल्पिंग हेंड की टीम पहुंची और तत्काल एम्बुलेंस को बुलाया गया। महिला व बच्चे को अस्पताल ले जा गया, अस्पताल में महिला की जांच हुई इसके बाद अस्पताल प्रबंधन में देख रेख के लिए सौपा गया में वही हेल्पिंग हेंड टीम द्वारा क कपड़ा, पानी, दूध फल, नाश्ता, खाना दिया गया

जीवन यादव बोड़ला/चिल्फ़ी सबका संदेश

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