छत्तीसगढ़दुर्ग भिलाई

मुख्यमंत्री के ओएसडी मनीष बंछोर का सार्थक प्रयास से फिर अस्तित्व में आई 24 साल से विलुप्त नहर

भिलाई। शहर के साथ ही ग्रामीण के मिश्रित परिवेश वाले कुम्हारी नगर पालिका क्षेत्र में कई तालाबें है। गर्मी के दिनों में इन तालाबों में पानी की गर्मी के चलते न केवल लोगों की निस्तारी को लेेकर दिक्कत पैदा होती थी बल्कि मवेशियों को प्यास बुझाने के लिए भी भटकना पड़ता था। यह स्थिति पिछले 24 सालों से बनी हुई थी। लेकिन  मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की नरवा, गरवा, घुरुवा, बारी की परिकल्पना के प्रमुख घटक नरवा को कुम्हारी पालिका क्षेत्र में नया जीवन मिला है। ऐसा 24 साल से विलुप्त नहर को फिर से अस्तित्व में लाकर किया गया है। इससे पालिका क्षेत्र के भूजल स्तर में इजाफा हुआ है। इसमें मुख्यमंत्री के ओएसडी मनीष बंछोर ने सार्थक प्रयास किया है। इस बार दृढ़इच्छाशक्ति के साथ नहर की हुई सफाई से इलाके के सारे तालाब लबालब भर गए हैं। जंजगिरी, रामपुर चोरहा, कुगदा और परसदा जैसे ग्रामीण वार्डों में तालाबों पर निस्तारी के लिए निर्भर जनता को राहत मिल गई है। इसके साथ ही मवेशियों को भी पानी की पर्याप्त उपलब्ध सुनिश्चित हो गई है।

ज्ञातव्य हो कि भिलाई के डबरापारा के पास तांदुला मुख्य नहर से निकली शाखा नहर भिलाई-3, चरोदा होकर कुम्हारी पालिका क्षेत्र तक गई है। अतिक्रमण तथा अन्य कारणों से यह नहर कुम्हारी में 10 से 12 किमी तक विलुप्त हो गई थी। इस वजह से तालाबों को भरने में दिक्कत हो रही थी। इस विलुप्त नहर को पुन: अस्तित्व में लाने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ओएसडी मनीष बंछोर तथा पालिका अध्यक्ष राजेश्वर सोनकर ने भागीरथ प्रयास किया।

नहर का अस्तित्व वापस लाने पालिका अध्यक्ष श्री सोनकर ने कुगदा से सार्थक होम्स तक जल विभाग प्रभारी जानकी ध्रुव, सार्थक होम्स से स्टेशन रोड तक पालिका उपाध्यक्ष के रवि कुमार, स्टेशन चौक से वार्ड क्रमांक 8 तक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा प्रभारी ओम नारायण वर्मा, वार्ड क्रमांक 8 से वार्ड क्रमांक 7 तक लोक निर्माण प्रभारी मनहरण यादव एवं पार्षद प्रमोद सिंह राजपूत, ग्राम जंजगिरी में पार्षद श्रीमती कुमारी निषाद, तीजू निषाद, एवं भानू सहू, वार्ड क्रमांक 17 रामपुर चोरहा में नामदास कुर्रे एवं उनकी टीम को जवाबदारी सौंपी थी। इस कार्य में स्थानीय नागरिकों ने भी जागरुकता का परिचय देकर विलुप्त नहर को फिर से अस्तित्व में लाने योगदान दिया।

इसके अलावा पालिका के बाजार व राजस्व प्रभारी युजेन्द्र कुमार साहू, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास प्रभारी नीतू रावते, विधायक प्रतिनिधि शीश बंसल, ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष जोगी साहू, पार्षद सत्ती यादव, किशोर ललिता सोनकर, सुधाकर त्रिपाठी, धनेश्वर लता खैरवार, एल्डरमेन पवन अग्रवाल, रामकुमार चक्रधारी एवं पीतांबर साहू का भी सराहनीय योगदान रहा।

35 हजार लोगों को मिलने लगा लाभ

नहर की सफाई के साथ ही नगर पालिका द्वारा तालाबों को भरे जाने से भूजल का स्तर बढऩा पानी की किल्लत का सामना करते रही जनता के लिए काफी राहत देने वाला साबित हुआ है। भूजल स्तर बढऩे से पालिका क्षेत्र की 35 हजार के करीब की आबादी लाभान्वित हुई है। गर्मी के दिनों में भूजल स्रोत नीचे चले जाने से पालिका के माध्यम से कराये गए नलकूप जवाब देने लगते थे। निजी बोर की भी यही स्थिति बनती थी। लोगों को आवश्यकता के अनुसार पानी नहीं मिल पाने से गर्मी के मौसम में दिक्कत उठानी पड़ती थी। लेकिन इस बार नहर के माध्यम से तालाबों को भरे जाने से जलसंकट का सामना कर रही जनता को राहत मिल गई है।

चुनौतीपूर्ण था कार्य: सोनकर

नगर पालिका अध्यक्ष राजेश्वर सोनकर ने बताया कि वर्ष 1998 के बाद से नहर के सफाई को लेकर कोई ध्यान नहीं दिया गया। जिसके चलते अनेक जगहों पर नहर का अस्तित्व ही खत्म हो चुका था। गर्मी के दिनों में तालाबों को भरने पानी छोड़े जाने का कोई लाभ कुम्हारी क्षेत्र को नहीं मिल पा रहा था। इसके लिए नहर की सफाई कराना बेहद चुनौतीपूर्ण था। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नरवा, गरुवा, धुरवा, बारी की अवधारणा को साकार करने की सोंच के अनुरुप ओएसडी मनीष बंछोर के मार्गदर्शन में आखिरकार 24 साल बाद कुम्हारी में फिर से विलुप्त हो चुकी नहर का अस्तित्व नजर आ गया है।

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