Lockdown: उत्तराखंड में फंसे बिहार के मजदूरों के सब्र का बांध टूटा, देहरादून में बड़ा प्रदर्शन | covid-19-bihar-migrant-labours-protest-in-dehradun-amid-lockdown-uksn | dehradun – News in Hindi


देहरादून के घंटाघर पर प्रदर्शन करते प्रवासी मजदूर.
Lockdown के बीच दो महीनों से उत्तराखंड में फंसे प्रवासी मजदूरों के सब्र का बांध टूटा तो सभी घंटाघर पर जमा हो गए और शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे.
मजदूरों ने जमकर की नारेबाजी
लॉकडाउन के बीच दो महीनों से उत्तराखंड में फंसे प्रवासी मजदूरों के सब्र का बांध टूटा तो सभी घंटाघर पर जमा हो गए और शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे. प्रवासी मजदूर मांग कर रहे थे कि उन्हें जल्द से जल्द घर भेज दिया जाए. बिहार के सहरसा जिले के रहने वाले प्रदर्शनकारी मो. आमिर ने कहा कि उसके गांव में मां-बाप, पत्नी और 4 बच्चे हैं. घरवाले 2 महीने से आने को कह रहे हैं. रोज फोन करते हैं, लेकिन यहां से जाना मुश्किल है. प्रदर्शनकारियों की भीड़ में शामिल 32 साल की सोनम ने कहा कि वह अपने पति के साथ यहां मजदूरी करती है. लॉकडाउन के कारण आजीविका चली गई, तो अब एक-एक दिन बिताना मुश्किल है.
राज्य में फंसे हैं 27 हजार श्रमिकउत्तराखंड में अलग-अलग राज्यों के करीब 27 हजार से अधिक श्रमिक अभी शासन द्वारा बनाए गए रिलीफ कैंपों में हैं. इससे भी अधिक श्रमिक अलग-अलग शहरों में फंसे हुए हैं. कोई किराए के मकानों में रह रहा है तो किसी ने कहीं पर शरण ले रखी है. अब ये सभी मजदूर हर हाल में घर लौटना चाहते हैं. इधर, सरकार का कहना है कि वो प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजने को लेकर बिहार सरकार से बातचीत कर रही है.
आज घंटाघर पर प्रदर्शनकारियों को समझाने पहुंची पुलिस ने भी श्रमिकों को आश्वस्त किया कि उनको लेकर सरकार की बिहार सरकार से बातचीत चल रही है. उन्हें जल्द ही घर भेजा जाएगा. आपको बता दें कि पिछले हप्ते भी श्रमिकों ने घर भेजने की मांग को लेकर देहरादून में प्रदर्शन किया था.
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First published: May 15, 2020, 10:08 PM IST