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लॉकडाउन के बाद से 1176 दुर्घटनाएं, 321 लोगों की मौत, रोड सेफ्टी नेटवर्क ने लिखा सरकार को पत्र । Road Safety Network writes to government as 1176 road crashes 321 fatalities since lockdown | nation – News in Hindi

लॉकडाउन के बाद से 1176 दुर्घटनाएं, 321 लोगों की मौत, रोड सेफ्टी नेटवर्क ने लिखा सरकार को पत्र

लॉकडाउन के बाद से 1176 दुर्घटनाओं में 321 लोगों की मौत हो चुकी है (सांकेतिक तस्वीर)

पत्र में कहा गया है, “हालांकि हम गृह मंत्रालय (MHA) के प्रवासियों (Migrants), कॉलेज के छात्रों और अपने गृहनगर से दूर फंसे हुए लोगों के लिए विशेष ट्रेनों और बसों को चलाने के लिए विकल्प का स्वागत करते हैं, हम सड़क मार्ग से यात्रा करने वाले ड्राइवरों और यात्रियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं.”

नई दिल्ली. लॉकडाउन (lockdown) के बावजूद, सड़क दुर्घटनाएं (road accidents) पूरे देश में कहर बरपा रही हैं. सड़क सुरक्षा एनजीओ (NGO), सेवलाइफ बेसिस के संकलित डेटा के मुताबिक अब तक 1,176 सड़क दुर्घटनाओं में 321 लोगों की जान जा चुकी है. दुखद यह है कि सड़क दुर्घटना में मारे गए इन लोगों में 100 से अधिक प्रवासी (Migrants) भी शामिल हैं जो अपने घरों की ओर वापस जा रहे थे.

प्रवासियों (Migrants) की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा समुदाय (National Road Safety Network), जो पूरे देश के मुख्य सड़क सुरक्षा सलाहकारों और संगठनों का समूह है, ने गृह सचिव को पत्र लिखा है.

पत्र में ड्राइवरों और यात्रियों की सुरक्षा पर जताई चिंता
पत्र में कहा गया है, “हालांकि हम गृह मंत्रालय (MHA) के प्रवासियों, कॉलेज के छात्रों और अपने गृहनगर से दूर फंसे हुए लोगों के लिए विशेष ट्रेनों और बसों को चलाने के लिए विकल्प का स्वागत करते हैं, लेकिन हम सड़क मार्ग से यात्रा करने वाले ड्राइवरों और यात्रियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं.”समुदाय ने सुझाव और प्रवासियों की सुरक्षा के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल का एक सेट भी इस पत्र के जरिए साझा किया है. इसमें राजमार्गों और कंक्रीट की सड़कों पर साइकिल चालकों और पैदल चलने वालों के लिए गैर स्थायी लेन के साथ, आपातकालीन प्रोटोकॉल के संबंध में बस ड्राइवरों (Drivers) को पूरी तरह से ब्रीफिंग की गई है. विश्राम क्षेत्रों के बारे में बताया गया है. यात्रियों को भोजन की जगह और पानी की आपूर्ति की जा सकती है. सड़क पर चलने वाले ड्राइवरों को लंबी दूरी की ड्राइविंग में अच्छी तरह से प्रशिक्षित किया जाता है और इलाके विशेष से परिचित कराया जाता है.

सरकार को सौंपी 15 सुझावों की एक सूची
सेवलाइफ फाउंडेशन के सीईओ पीयूष तिवारी कहते हैं, ‘हमने 15 सुझावों की एक सूची सौंपी है, जिससे यह तय किया जा सकता है कि सड़क पर आने वाले प्रवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो. सुझावों का उद्देश्य खतरे के विशेष घटकों को कम करने की ओर ध्यान दिया जाता है जैसे ड्राइविंग करते समय की थकान, अधिक भीड़ और कई दूसरे. कुछ सुझाव विशेष रूप से प्रवासी कर्मचारियों के लौटने की सुरक्षा को लेकर हैं.’

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First published: May 15, 2020, 7:25 PM IST



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