गोरखपुर: CM योगी आदित्यनाथ के गृह जिले में गांवों तक पहुंचे 4 COVID-19 संक्रमित, प्रशासन में हड़कंप – Gorakhpur 4 COVID-19 reach villages in CM Yogi Adityanaths home district stir in administration | gorakhpur – News in Hindi


मुम्बई से आए ये 4 लोग गोरखपुर के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में स्थित अपने गांव पहुंच चुके थे. (प्रतीकात्मक फोटो)
उन्नाव (Unnao) और गोरखपुर (Gorakhpur) प्रशासन की लापरवाही से योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के गृह जिले में 4 केस बढ़ गए हैं. प्रशासन इन चारों संक्रमितों के गांवों के 3 KM के एरिया को सीज कर सेनेटाइज करा रही है.
4 मई को 10 लोग मुम्बई से पैदल ही गोरखपुर के लिए निकले
इन सभी केसों में एक समानता यह है कि ये सभी लोग दिल्ली और मुम्बई से आए हैं. पहले 2 केस दिल्ली से थे, जबकि बाकी 8 केस मुम्बई से संबंध रखते हैं. गुरुवार को जिन चार लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई ये सब लोग मुम्बई के धरावी इलाके में रहते थे. 4 मई को 10 लोग मुम्बई से पैदल ही गोरखपुर के लिए निकले. कुछ दूर पैदल चलने के बाद इन लोगों ने पिकअप पर बैठकर नासिक तक का सफर तय किया और फिर कुछ दूर पैदल चलने के बाद ये लोग ट्रक पर सवार होकर गोरखपुर के लिए चल पड़े.
5 लोग उन्नाव प्रशासन से बचकर गोरखपुर में अपने गांव पहुंच जाते हैं9 मई को सभी 10 लोग झांसी पहुंचते हैं और फिर ट्रक से ही आगे बढ़ते हैं. उसी दौरान इन 10 लोगों में से एक व्यक्ति की तबियत खराब होती है और उन्नाव आते-आते उसकी मौत हो जाती है. इसके बाद उन्नाव जिला प्रशासन मृत शरीर के साथ चार लोगों को एंबुलेंस से गोरखपुर भेजता है. इसमें से दो लोग कोरोना पॉजिटिव निकलते हैं, बाकि बचे 5 लोग उन्नाव प्रशासन से बचकर किसी तरह भाग निकलते हैं और ये लोग गोरखपुर अपने गांव पहुंच जाते हैं. जैसे ही इनके गांव पहुंचने की सूचना प्रशासन को लगती है, प्रशासन 13 मई को इनको गांवों से लाता है और पांचों लोगों को लाकर टीबी अस्पताल में क्वारंटाइन कर देता है. उसी समय इन पांचों लोगों में कोरोना की जांच के लिए सैंपल ले लिया जाता है.
गांवों को सेनेटाइज करा रहा है प्रशासन
गुरुवार (14 मई) को रिपोर्ट आने के बाद इनमें से 4 लोग कोरोना पॉजटिव निकलते हैं. इसमें से गोला बाजार के वासबुजुर्ग गांव के एक व्यक्ति, झंगहा थाने के इटउआ गांव के एक शख्स, बांसगांव थाना क्षेत्र के जिगिना भैया गांव का एक व्यक्ति, बेलघाट थाना क्षेत्र के शाहपुर तेतरिया गांव के एक व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. प्रशासन ने इन सभी लोगों के गांवों के 3 किलोमीटर के एरिया को सीज करते हुए गांवों को सेनेटाइज करा रही है. साथ ही ये चारों गांवों में किस-किस से मिले थे उनको भी ट्रैक कर क्वरंटाइन करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
4 गांव के लोग हो गए हैं संदिग्ध
गोरखपुर में गुरुवार को मिले 4 नए मरीजों में उन्नाव और गोरखपुर प्रशासन की लापरवाही भी सामने आती है. जब उन्नाव प्रशासन ने वहां से पांच लोगों को एंबुलेंस से गोरखपुर भेजा था तभी उनके साथ आए इन लोगों को भी ट्रैक कर लेना चाहिए था पर नहीं किया गया. वहीं गोरखपुर प्रशासन भी इनको पहले ही ट्रैक कर सकती थी, पर 12 मई को जब इनके साथ आए दो लोगों की रिपोर्ट पॉजटिव आती है तब इन सभी लोगों की तलाश तेज होती है और फिर 13 मई को ये लोग गांव से उठाकर लाए जाते हैं. अब प्रशासन के साथ इन चारों की लापरवाही के कारण 4 गांव के लोग संदिग्ध हो गए हैं जबकि प्रधानमंत्री मोदी बार-बार कह रहे हैं कि कोरोना को गांवों तक जाने से रोकना है, परंतु गोरखपुर में मिले ये चारों केस गांवों तक पहुंच चुके थे.
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First published: May 15, 2020, 8:17 AM IST