हुडको इस्पात क्लब परिसर में बीएसपी ने शुरू किया प्रकाश करने का कार्य
भिलाई। इस्पात क्लब हुडको में बीएसपी क्रीड़ा, सांस्कृतिक एवं नागरिक सुविधाएं विभाग द्वारा प्रकाश व्यवस्था की जा रही है। विभाग के डीजीएम राजेन्द्र प्रसाद की पहल पर क्लब परिसर में रात के समय खिलाड़ियों की सुविधा के लिए फ्लड लाइट लगाया जा रहा है। इससे जहां आस-पास एक अच्छा माहौल निर्मित होगा वहीं दूसरी ओर दुर्ग, हुडको एवं आस पास के लोगों को वालीबाल अभ्यास के लिए दूर तक जाने की जरूरत नहीं होगी। सेक्टर 1 पंत स्टेडियम वॉलीबॉल मैदान काफी दूर हैद्ध वहीं हुडको इस्पात क्लब के मैदान में प्रकाश व्यवस्था होने से इस क्षेत्र के खिलाड़ियों के लिए वरदान साबित होगा।
कुछ वर्ष पूर्व बीएसपी के क्रीड़ा, सांस्कृतिक एवं नागरिक सुविधाएं विभाग के द्वारा संचालित इस्पात क्लब हुडको बंजर और सुनसान रहता था द्य अंधेरा होते ही क्लब में असामाजिक तत्वों का जमघट लग जाता था। आस-पास के रहवासियों एवं मार्ग में आने-जाने वाले लोग हमेशा किसी अनहोनी दुर्घटना से सशंकित रहते थे द्य किन्तु बदलते वक्त और वर्तमान नये कार्यकारिणी के अथक प्रयासों से क्लब में छत्तीसगढ़ के प्रथम अंतरराष्ट्रीय वालीबाल निर्णायक एवं पूर्व बीएसपी महिला टीम के कोच विनोद नायर ने वॉलीबाल प्रशिक्षण शुरू करवाया। सुविधाओं के अभाव एवं रात्रि समय अभ्यास हेतु प्रकाश की व्यवस्था न होने के बावजूद अल्प समय में ही यहां के प्रशिक्षित बालक-बालिकाओं ने राष्ट्रीय स्तर पर अपने प्रतिभा का परिचय दिया। वर्तमान में इसी मैदान में अभ्यासरत सीनियर महिला टीम दुर्ग जिला को छत्तीसगढ़ राज्य अंतर जिला वॉलीबाल चैम्पियन होने का गौरव प्राप्त हुआ। अब बीएसपी क्रिडा विभाग के सहयोग से यहां प्रकाश व्यवस्था हो रही है जो सराहनीय कदम है।
मांगलिक कार्यों के लिए भी होता है इस्तेमाल
विनोद नायर ने बताया कि खेल संस्कृतिक एवं नागरिक सुविधाएं द्वारा संचालित सभी क्लबों में खेल, मांगलिक कार्यक्रम, जैसे शादी, जन्मदिन, वैवाहिक वर्षगांठ आयोजन के किये ही इन क्लबों का इस्तेमाल किया जाता है। इस सन्दर्भ में भिलाई स्टील प्लांट के इस विभाग का सराहनीय योगदान है। हॉस्पिटल एवं हुडको सेक्टर के आम नागरिकों में इस ग्राउंड में प्रकाश की व्यवस्था के लगने से हर्ष और ख़ुशी का माहौल है मांगलिक कार्यक्रमों में टेंट का काम करने वाले सभी टेंट मालिकों ने भी पोल गाडऩे में कोई आपत्ति नहीं जताई वरन उन सभी ने एक मत हो कर इस कार्य का स्वागत किया और कहा की पांडाल लगाने में इससे मदद मिलेगी और जगह की भी कोई कमी नहीं होगी।