उत्तर प्रदेश, हरियाणा और मध्यप्रदेश सरकार ने शुरू कर दिया श्रमिकों का शोषण
आठ घंटा केबजाय 12 घंटा डयूटी लेने का किया आदेश
कुरैशी ने इस नियम को वापस लिवाने पीएम को लिखा पत्र
भिलाई। पूर्व मंत्री बदरूदीन कुरैशी ने देश के प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी को ई-मेल एवं पत्र लिखकर उत्तर प्रदेश हरियाणा, मध्यप्रदेश की भारतीय जनता पार्टी की राज्य सरकारों द्वारा विगत दिनों श्रमिकों के प्रतिपाली 8 घंटे काम करने के समयावधि को बढाकर 12 घंटे करने का निर्णय लिया गया है देश के लाखों श्रमिकों एवं मजदूरों का खुलेआम शोषण करने का ऐसे क्रुशवल समय में पूरा देश कोविद-19 के संघर्ष से गुजर रहा है और कुछ राज्य सरकारे घिनौनी हरकते कर रही है तत्काल इस निर्णय को वापस लेकर श्रमिकों को होने वाले शोषण से बचाया जाये।
कुरैशी ने अपने पत्र में लिखा है कि सन् 1886 के पहले दुनिया के कल-कारखानों में कोई काम करने का समय अवधि नहीं था श्रमिक तब तक काम करता था जब तक काम खत्म ना हो जाये। इसके खिलाफ पूरी दुनिया के श्रमिकों ने जन आंदोलन किया। अमेरिका में सन् 1886 में जब मजदूरों ने शिकागो में आंदोलन प्रारंभ हुआ। आंदोलन को कुचलने के लिए पुलिस द्वारा गोली चलाई गई जिसमें कई श्रमिक शहीद हुये। ब?ते आंदोलन को देखकर आखिर में अमेरिका सरकार को प्रतिपाली 8 घंटे ड्यूटी करना पडा। जब से दुनिया के अधिकांश देशों में प्रतिपाली 8 घंटे ड्यूटी ली जाती है देश में बेशक मजदूरों के 8 घंटे काम करने से संबंधी कानून लागू है। लेकिन इसका पालन सिर्फ सरकारी कार्यालयों एवं कारखानों में किया जाता है देश में आज भी अधिकत्तर कुछ प्राइवेट कम्पनीयां एवं फैक्ट्रियां है जहां 12 घंटे श्रमिकों से काम लिया जाता है इस प्रकार मजदूरों का खुलेआम शोषण किया जाता है इस पर केन्द्र सरकार कठोर कदम नहीं उठाई तो आने वाले समय में निश्चित पूरे देश में श्रमिकों का जनआंदोलन होगा। देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी से आग्रह है कि मजदूरों एवं श्रमिकों के साथ हो रहे इस अन्याय के खिलाफ केन्द्र सरकार कड़ी से कड़ी कार्यवाही करें। और उत्तरप्रदेश,मध्यप्रदेश,हरियाणा की तुगलकी आदेश को निरस्त किया जाये।