शिविर के सातवें दिवस, हुई “सर्वधर्म प्रार्थना” गुरु सिंघ सभा- कबीरधाम के ज्ञानी जी ने दिया “सेवा का संदेश,

शिविर के सातवें दिवस, हुई “सर्वधर्म प्रार्थना”
गुरु सिंघ सभा- कबीरधाम के ज्ञानी जी ने दिया “सेवा का संदेश
राष्ट्रीय सेवा योजना-दशरंगपुर के द्वारा ग्राम बिसनपुरा में सात दिवसीय शिविर का आयोजन, प्राचार्य रवेन्द्र सिंह चंद्रवंशी के मार्गदर्शन तथा रासेयो कार्यक्रम अधिकारी हेमधर साहू के संचालन में संचालित रहा, जिसके सातवें दिवस, सर्वधर्म प्रार्थना सभा” सरपंच प्रतिनिधि जीवन चंद्राकर के ने नेतृत्व में आयोजित कर, उस परमपिता परमेश्वर को धन्यवाद दिया जिसके आर्शीवाद से, शिविर निर्विघ्न रूप से सम्पन्न हुआ तथा सभी स्वयंसेवक स्वस्थ रहकर, स्वच्छता, स्वास्थ्य, पोषण, नशा उन्मूलन, पशु संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण इत्यादि हेतु जन-जागरण का कार्य कर सके। तत्पश्चात् गुरु सिंघ सभा-कवर्धा के भाई साहिब “व्याख्याकार” गुरदीप सिंह जी. ज्ञानी जी भाई साहिब विनोद सिंह जी, ज्ञानी जी भाई साहिब रविंदर सिंह जी. ज्ञानी जी माई साहिब शिवराज सिंह जी. गणित की व्याख्याता रज्जीकौर चाँवला के संयोजन में ग्राम-बिसनपुरा पहुँचे, स्वयंसेवकों ग्रामीण जनों ने, वाहे गुरूजी का खालसा वाहे गुरुजी की फतेह” बोलकर स्वागत किया, “सतनाम वाहेगुरू, “का सिमरन करते हुए, भजन-कीर्तन, तथा पुष्पवर्षा मंच तक लाये राष्ट्रीय सेवा योजना-दशरंगपुर के कार्यक्रम अधिकारी हेमघर साहू तथा ग्राम बिरनपुर की सरपंच सीमा चंद्राकर, समाजसेवी अघनूराम चंद्राकर, दलनायक नितेश साहू, कमलेश साहू, उप दलनायक कोमल चंद्राकर, शिविर नायक नरेन्द्र चंद्राकर, यशोदा चंद्राकर, गंगा साहू, सुकृति साहू, संजना, राधिका, मुंगेश्वरी साहू, फुलेश्वरी साहू, तनूजा साहू प्राचार्य रवेन्द्र सिंह चंद्रवंशी. एस. एम.डी.सी. अध्यक्ष महेश केशरी तथा सांसद प्रतिनिधि नरेश केशरी, विधायक प्रतिनिधि नवीन केशरी ने शाल, श्रीफल तथा सम्मानपत्र से गुरु सिंघ सभा-कवर्धा के व्याख्याकार भाई साहिब गुरदीप सिंह जी ज्ञानी जी भाई साहिब विनोद सिंह जी, ज्ञानी जी भाई साहिब रविंदर सिंह जी ज्ञानी जी भाई साहिब शिवराज सिंह जी का स्वागत किया गया।
गुरु सिंघ सभा-कवर्धा के व्याख्याकार भाई साहिब गुरदीप सिंह जी, ज्ञानी जी भाई साहिब विनोद सिंह जी, ज्ञानी जी भाई साहिब रविंदर सिंह जी. ज्ञानी जी भाई साहिब शिवराज सिंह जी ने सबद कीर्तन तथा व्याख्या से समाज सेवा हेतु संदेश दिये तथा पवित्र “गुरुग्रंथ में सभी धर्मों के गुरुओं की वाणी का समावेश होने की जानकारी दी. एवं आह्वान किया कि मानव, मानव एक समान है, अतः सभी धर्मों का आत्मीय सम्मान करना ही प्रमुख उद्देश्य है। अंत में सात दिवसीय शिविर में सात दिवस तक सेवाकार्य करने वाले स्वयंसेवकों ग्रामीणजनों को गुरु सिंध समा-कवर्धा के ज्ञानी जी द्वारा प्रमाण पत्र वितरित किया तथा” बोले सो निहाल, सतश्री अकाल” उद्घोष करते हुए कार्यक्रम का समापन हुआ।