ऑनलाईन के चक्कर में पडऩे के बजाय कोचियों से लोग खरीद रहे हैं शराब
नगर के हर इलाके में दिखी कोचियों की सक्रियता
फुल लॉकडाउन में भी बेखौफ चल रहा है दारू का अवैध कारोबार
भिलाई। फुल लॉकडाउन के चलते शराब की सरकारी दुकानों में ऑनलाइन बिक्री पर कोचियों के ऑफलाइन कारोबार भारी पड़ रही है, क्योंकि शराब सेवन करने वाले सबसे अधिक गरीब तबका के लोग है, जो मोबाईल से आनलाईन शराब मंगाने में सक्षम नही है, और थोड़े बहुत है भी तो वे चक्कर में नही पड़कर अवेैध रूप से शराब बेचने वालों से दारू खरीद कर सेवन कर रहे है। दो दिनों तक पूर्ण लॉकडाउन होने के कारण और इन दो दिनों में आनलाईन शराब मंगाने का शासन का हवाला मिलते ही कोचिया हर इलाके में सक्रिय पहले से ही हो गये है और वे इसका पूरा लाभ उठा रहे है, ये कोचियो अधिक दामों पर शराब मोहल्लों मेंं बेंचकर जर्बदस्त धन उगाही कर रहे हैं। हर क्षेत्र में अवैध शराब बेचने वाले जिस तरह से खुलेआम शराब की बिक्री कर रहे हैं, उससे तो यही लगता है कि अवैध शराब के कारोबारियों में आबकारी विभाग एवं पुलिस विभाग का थोड़ा भी डर रही है, इनकी पहले से ही इन दोनो विभागों से सेंटिंग है। वैसे भी जिले का पूरे प्रदेश में आबकारी विभाग की गतिििवधियां अवैध शराब को लेकर पूरी तरह शून्य है। ऐसी स्थिति होने के बाद भी अबाकारी विभाग का कुंभकरणीय नींद में सोये रहना कई संदेहों को जन्म देता है। शहर के प्राय: हर इलाके में शराब की अवैध बिक्री होने की खबर है। फुल लाकडाउन के चलते शनिवार और रविवार को शराब की सरकारी दुकानों पर ऑफलाइन बिक्री के बंद रहने का कोचियों ने भरपूर फायदा उठाया।
ट्विनसिटी में शराब की अवैध बिक्री थमने का नाम नहीं ले पा रही है। बीते 4 मई को सरकारी शराब की दुकानों के खुल जाने के बाद अवैध कारोबार की रफ्तार धीमी पड़ गई थी। लेकिन इस बीच शनिवार और रविवार को फुल लडाउन के चलते सरकारी शराब दुकानों को बंद रखे जाने से अवैध कारोबारियों की सक्रियता बढ़ गई है।
यहां पर यह बताना लाजिमी होगा कि शनिवार और रविवार को सरकारी शराब की दुकानें फुल लॉकडाउन के चलते बंद रखे जाने का प्रशासनिक फरमान है। लेकिन इस दौरान शराब की ऑनलाइन बिक्री चलती रहेगी। इस निर्णय के तहत भिलाई-दुर्ग की सभी शराब की दुकानों में काम करने वाले कर्मचारियों की ड्यूटी जारी है। लेकिन ऑनलाइन शराब खरीदने में पहचान सार्वजनिक होने के चलते ज्यादातर मदिरा प्रेमियों में हिचक बनी हुई है। लिहाजा ऐसे लोगों के द्वारा कोचियों से संपर्क साधकर अवैध रुप से शराब खरीदा जा रहा है।
बताया जाता है कि शराब के अवैध काारोबार में लिप्त रहने वालों ने सरकारी दुकानों के 4 मई से खुलते ही खरीदकर अपने पास भरपूर स्टाक सुरक्षित रख लिया है। शनिवार और रविवार को फुल लॉकडाउन घोषित होने के साथ ही दो दिन लगातार सरकारी दुकानों में शराब की ऑफलाइन बिक्री बंद रहने का पता चलते ही कोचियों की सक्रियता बढ़ गई थी। इन कोचियों के द्वारा शविार को फुल लॉकडाउन के पहले दिन जमकर कमाई की गई है। आज सुबह से लेकर दोपर तक शहर के विभिन्न इलाकों में शराब की अवैध खरीदी बिक्री बेखौफ अंदाज में चलती रही।
गौरतलब रहे कि शराब दुकानों में उमडऩे वाली भीड़ के चलते सोशल डिस्टेंसिंग पर प्रश्नचिन्ह लग रहा है। इसे देखते हुए सरकार ने शराब की ऑनलाइन बिक्री शुरू कर दी है। इसके लिए 120 ररुपए अतिरिक्त राशि शराब मंगाने वाले को चुकानी पड़ रही है। वैसे भी 43 दिनों बाद 4 मई से खुली सरकारी दुकानों में शराब की कीमतों में अप्रत्याशित बढ़ोतरी कर दी गई है। इसके चलते भी मदिरा प्रेमियों का ऑनलाइन शराब खरीदने के प्रति कम रुझान देखने को मिल रहा है। इसी का फायदा अवैध शराब कारोबारी उठाने से चूक नहीं रहे हैं।