क्यों पाकिस्तान, बांग्लादेश की तुलना में भारत में तेजी से बढ़े कोरोना केस, दोगुने हुए मृतक। india growth rate of corona cases is more then neighbor pakistan bangladesh | pakistan – News in Hindi

एम्स के डायरेक्टर का कहना है कि भारत में जून-जुलाई में कोरोना पीक पर होगा. मौजूदा ट्रेजेक्ट्री बताती है कि अगले 05 दिनों में भारत में कोरोना के 75,000 कोरोना रोगी हो जाएंगे. जानते हैं कि ऐसा क्यों हो रहा है. हमारी तुलना में दूसरे देशों की स्थिति कैसी है.
पड़ोसी देशों का क्या हाल
पाकिस्तान में अब तक कोरोना रोगियों की संख्या 25.000 के ऊपर पहुंच गई है. 24 घंटे में 1764 नए केस मिले हैं जबकि अभी तक 594 मौतें हो चुकी हैं. वहीं बांग्लादेश में अब तक 13134 कोरोना रोगी मिले हैं. वहां एक दिन में 709 केस हुए हैं जबकि 206 लोग मर चुके हैं. नेपाल में ये संख्या बहुत ही कम यानि 102 की है जबकि 27 रिकवर हो चुके हैं. कोई भी मौत नहीं हुई है. 24 घंटे में 17 नए केस सामने आए हैं.

पाकिस्तान, बांग्लादेश में कोरोना संक्रमण की दर हमसे कम है. नेपाल में तो ये बहुत ही कम है
क्रोरोना संक्रमण की दर तेज हुई
पिछले दो दिनों से भारत में कोरोना संक्रमण की दर 14 फीसदी हो गई है. जो काफी तेज है. इसी वजह से 08 मई तक कोरोना के मामले 56,342 (सुबह 11.00 बजे तक) हो चुके हैं. ये डाटा स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के हैं. हालांकि दो दिनों पहले संक्रमण की दर 16 फीसदी तक पहुंच गई थी, जिसे कुछ कम कहा जाना चाहिए.
इससे माना जा रहा है कि इस हफ्ते में सोमवार से शुक्रवार तक कोरोना पॉजिटीव मामले 32 फीसदी बढ़ेंगे. ये पिछले हफ्ते (28 फीसदी) की तुलना में ज्यादा है.
जून-जुलाई में पीक पर होंगे
अभी मई का पहला हफ्ता खत्म हुआ है. दिल्ली स्थित एम्स के डायरेक्टर डॉक्टर रणदीप गुलेरिया के अनुसार, जून-जुलाई में कोरोना का संक्रमण पीक पर हो सकता है. उनका कहना है कि उनका ये अनुमान सामने आ रहे ग्रोथ रेट पर आधारित है. हालांकि पहले ये माना जा रहा था कि मई में कोरोना पीक पर होगा. हालांकि लाकडाउन के दौरान काफी तैयारियां कर ली गईं हैं.
दोगुने होने के समय ने भी बजाई खतरे की घंटी
अब भारत में कोरोना के मामले दोगुना होने का समय 10.2 माना जा रहा है. ये खतरनाक संकेत होता है. कम से कम पिछले 07 दिनों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले यही कह रहे हैं कि हम खतरनाक स्थिति में तो नहीं जा रहे. दरअसल महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली में केस बढ़ रहे हैं. हालांकि साथ में राहत की भी कुछ बातें हैं मसलन रिकवरी रेट बढ़ रहा है. मरने वालों की राष्ट्रीय दर 3.3 है जो कम है. (आंकडे़ं स्वास्थ्य मंत्रालय के हैं)
पहले केस से अब तक
वर्ल्ड हेल्थ आर्गनाइजेशन के अनुसार भारत में पहला कोरोना केस 30 जनवरी को दर्ज किया गया था. उस समय पूरी दुनिया में 9720 कोरोना के केस थे, जिसमें से अकेले 9826 चीन में थे. तब चीन के बाहर थाईलैंड, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर,जापान में 10 से ज्यादा मामले थे. उस हिसाब से देखें हमारे यहां संक्रमण रेट देर से बढ़ना शुरू हुआ है और अब तेजी से बढ़ रहा है.

भारत में अब रोजाना जिस तेजी से कोरोना के रोगी बढ़ रहे हैं, उसमें हम दुनिया के पांचवें देश बन गए हैं, जहां संक्रमण इतना तेज हो गया है
दुनिया में तेज ग्रोथ रेट में भारत पांचवें नंबर पर
भारत में पिछले दो दिनों में कोरोना केसों के बढ़ने की संख्या 3000 के ऊपर रही है. इस लिहाज से हम इस मामले में दुनिया में पांचवें नंबर आ गए हैं, जहां रोज तेजी से केस बढ़ रहे हैं. हमसे ऊपर अमेरिका, रूस, ब्राजील, ब्रिटेन और पेरू हैं. ये खतरनाक तो है हालांकि एक्सपर्ट कहते हैं कि ऐसा होने की उम्मीद थी लेकिन ये जून से कम होने लगेगी.
जब यूरोपीय देशों में तेजी खत्म हुई तो एशिया में शुरू
अगर ऐशियाई देशों की तुलना यूरोपीय देशों से करें तो कोरोना वायरस तेजी से बाद नीचे आता हुआ लग रहा है. जब यूरोपीय देशों में कोरोना ऊपर जा रहा था तो भारत में कम लग रहा था लेकिन अब इसके संक्रमण बढ़ने लगे हैं. भारत में मरने वालों की संख्या भी 10 दिनों में डबल हो गई है. 08 मई तक भारत में कोरोना से 1886 मौतें हो चुकी हैं.
ये भी पढ़ें
दुनिया का एक ऐसा जीव, जो कभी नहीं मरता, अजर-अमर है
जानिए क्या है डार्क मैटर और क्यों अपने नाम की तरह है ये रहस्यमय
पृथ्वी के सबसे पास स्थित Black Hole की हुई खोज, जानिए क्या खास है इसमें
क्या वाकई किसी घोर अनिष्ट का संकेत है पुच्छल तारे का पृथ्वी के पास से गुजरना?
जानिए क्या है Helium 3 जिसके लिए चांद तक पर जाने को तैयार हैं हम